इंदौर (मध्य प्रदेश): मालवा की धरती पर प्रवासी भारतीयों के बीच देश की तरक्की पर मंथन का आज दूसरा दिन है। इंदौर में तीन दिनों तक चलने वाले 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन किया। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की सांसद जेनेटा मैस्करेनहास भी मौजूद रहीं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन में शिरकत कर प्रवासी भारतीयों को संबोधित करेंगे। बता दें कि 17वें प्रवासी भारतीय दिवस की थीम “प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार” है और दुनियाभर से आए प्रवासी भारत की प्रगति के भागीदार बन रहे हैं।
PM मोदी ने किया ट्वीट
इस सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ''यह हमारे प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को मजबूत करने का एक महान अवसर है, जिसने खुद को वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित किया है।'' आगे उन्होंने लिखा, ''9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर इंदौर में होने की उम्मीद है।''
'गो सेफ..गो ट्रेन्ड' कैंपेन के तहत डाक टिकट होगा जारी
पीएम मोदी आज प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन में गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफ़ान अली मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहने वाले हैं तो सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी विशेष सम्मानित अतिथि के तौर पर सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं। आज सम्मेलन के विधिवत उद्घाटन के साथ ही पीएम भारतीय प्रवासियों का स्वागत करेंगे और विदेश मंत्रालय के 'गो सेफ...गो ट्रेन्ड' कैंपेन के तहत एक डाक टिकट जारी करेंगे। साथ ही भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासियों के योगदान पर पहली बार डिजिटल प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया जाएगा।
11 जनवरी से ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन
वहीं, आपको बता दें कि G20 की भारत की अध्यक्षता को लेकर आज एक विशेष टाउन हॉल भी आयोजित किया जाएगा। 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कार्यक्रम के समापन समारोह में हिस्सा लेंगी। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के अगले दिन 11 जनवरी से ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। दोनों आयोजन 8 से 12 जनवरी तक होंगे। सम्मेलन में भाग लेने के लिए लगभग 70 देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी सदस्यों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट में 70 प्रमुख उद्योगपति, 450 विशिष्ट उद्योगपति और 3000 अन्य डेलिगेट्स शामिल हो रहे हैं जबकि 10 देश पार्टनर कंट्री बने हैं। वहीं, कार्यक्रम में 2 देशों के राष्ट्रपति 4 देशों के मंत्री, 10 बड़े प्रतिनिधिमंडल हिस्सा ले रहे हैं।
'हमारा खून का रिश्ता है, पासपोर्ट का नहीं'
यूथ प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 'हमारा तो खून का रिश्ता है, पासपोर्ट का नहीं'। उन्होंने कहा, ''हम सभी जानते हैं कि हम यहां क्यों इकट्ठा हुए हैं, हम यहां हैं क्योंकि एक डायस्पोरा इवेंट में पीएम ने कहा था कि 'हमारा तो खून का रिश्ता है पासपोर्ट का नहीं' और वही एक फ्रेज हमारे सभी 34 मिलियन भारतीय मूल और NRI के रिश्तों को जोड़ता है।''