Highlights
- सिंगल यूज वाले प्लास्टिक बैन की घोषणा पिछले साल हो गई थी
- "प्लास्टिक स्ट्रॉ के कारगर ऑप्शन तलाशने में हो रही है दिक्कत"
- सिगरेट पैक पर लगने वाली प्लास्टिक परत की जगह बायोडिग्रेडेबल परत का इस्तेमाल शुरू
Plastic Ban: प्लास्टिक से बने स्ट्रॉ और सिंगल यूज प्लासिटिक पर शुक्रवार से बैन लागू हो गया है। इसके साथ ही रोजमर्रा के सामान बनाने वाली बड़ी कंपनियों (FMCG) एवं कृषि-खाद्य यूनिटों ने कागज से बने स्ट्रॉ की पेशकश की तरफ कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। पार्ले एग्रो, डाबर, अमूल और मदर डेयरी जैसी प्रमुख कंपनियों ने टेट्रा पैक के साथ अब प्लास्टिक स्ट्रॉ की जगह कागज से बने स्ट्रॉ एवं अन्य दूसरे समाधानों की पेशकश करनी शुरू कर दी है।
FMCG कंपनियों को प्लास्टिक स्ट्रॉ के ऑप्शन तलाशने में हो रही दिक्कत
उद्योग निकाय एक्शन अलायंस फॉर रिसाइक्लिंग बीवरेज कार्टंस (AARC) ने कहा कि FMCG कंपनियों को प्लास्टिक स्ट्रॉ के कारगर ऑप्शन तलाशने में दिक्कत हो रही है। ऐसी स्थिति में जल्द ही कारगर ऑप्शन नहीं मिलने पर इन उत्पादों की आपूर्ति बाधित हो सकती है। सिंगल यूज वाले प्लास्टिक (SUP) पर प्रतिबंध बैन की घोषणा पिछले साल की गई थी और यह बैन एक जुलाई से अमल में आ गया है।
सिगरेट पैक पर प्लास्टिक की जगह बायोडिग्रेडेबल परत का शुरू किया इस्तेमाल
इस बीच सिगरेट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने भी सिगरेट के पैक पर लगने वाली पतली प्लास्टिक परत के ऑप्शन के तौर पर प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाने वाली (बायोडिग्रेडेबल) परत का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। सिगरेट उद्योग की संस्था टोबैको इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस कदम की प्रशंसा की है। ITC, गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया, वीएसटी इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियां इसकी सदस्य हैं।