Highlights
- PFI ने एक दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया
- तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला
- कोझिकोड में अब तक 3 सरकारी बसों पर पथराव
PFI Protest: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की अगुवाई में कई एजेंसियों द्वारा उसके कार्यालयों, नेताओं के घरों और अन्य परिसरों में छापेमारी के विरोध में आज यानी 23 सितंबर को हड़ताल का आह्वान किया है। ये छापेमारी देश में आतंकी गतिविधियों का कथित तौर पर समर्थन करने के लिए की गई थी। NIA की कार्रवाई के विरोध में PFI ने केरल में 12 घंटे बंद का आह्वान किया है। जहां जहां PFI मजबूत है वहां दुकानें बंद, सड़कों पर वाहनों की संख्या कम दिखाई पड़ रही है। सरकार ने बंद के नाम पर आज लोगों को परेशान करने और नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ केस बुक करने के पुलिस को निर्देश दिए हैं।
कई जिलों में बंद का असर
राजधानी तिरुवनंतपुरम और कोच्चि में बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। वहीं कन्नूर में PFI द्वारा NIA की छापेमारी के खिलाफ आज एक दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इस दौरान दुकानें बंद दिखीं। केरल के मालाबार रीज़न में जहां PFI मजबूत है वहां बंद का असर दिखने लगा है। कोझिकोड में अब तक 3 सरकारी बसों पर पथराव किया गया है, कुछ देर में वहां PFI ने एक विशाल विरोध रैली निकालने का ऐलान किया है। मल्लपुरम, कन्नूर, कासरगोड इन जिलों में भी बंद का असर देखा जा रहा है।
कोच्चि में की गई बस में तोड़फोड़
केरल के कोच्चि में PFI ने NIA की छापेमारी के खिलाफ बंद का आह्वान किया। प्रदर्शनकारियों ने अलुवा के पास एक KSRTC बस के साथ तोड़फोड़ की।
दो पुलिसकर्मियों पर हमला
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए के छापे को लेकर केरल बंद के दौरान कोल्लम जिले के पल्लीमुक्कू में दो बाइक सवार पीएफआई समर्थकों ने दो पुलिसकर्मियों पर हमला किया।
15 राज्यों में 93 जगहों पर एक साथ मारे गए थे छापे
बता दें कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की अगुवाई में कई एजेंसियों ने गुरुवार को 15 राज्यों में 93 जगहों पर एक साथ छापे मारे और देश में आतंकवाद के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि केरल में पीएफआई के सबसे अधिक 22 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में इसके अध्यक्ष ओ.एम.ए सलाम भी शामिल हैं। अधिकारियों ने पीएफआई के खिलाफ इसे ‘अब तक का सबसे बड़ा अभियान’ करार दिया।
PFI कार्यकर्ताओं का छापे वाली जगहों पर मार्च
सुबह जैसे ही छापों की खबर आयी तो PFI कार्यकर्ताओं ने उन स्थानों की ओर मार्च निकाला, जहां छापे मारे गए और केंद्र तथा उसकी जांच एजेंसियों के खिलाफ नारे लगाए। बहरहाल, ऐसे सभी स्थानों पर पहले ही केंद्रीय बलों की तैनाती की गयी थी।
केरल से हुई सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां
अधिकारियों ने कहा कि NIA, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और संबंधित राज्यों के पुलिस बल ने गिरफ्तारियां की हैं। उन्होंने बताया कि जिन 15 राज्यों के 93 स्थानों पर ये छापेमारी की गई है, उनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, असम, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, बिहार और मणिपुर शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक गिरफ्तारी केरल (22) में की गई। इसके अलावा महाराष्ट्र (20), कर्नाटक (20), तमिलनाडु (10), असम (9), उत्तर प्रदेश (8), आंध्र प्रदेश (5), मध्य प्रदेश (4), पुडुचेरी (3), दिल्ली (3) और राजस्थान (2) में गिरफ्तारी की गईं। उन्होंने बताया कि छापेमारी तड़के 3:30 बजे शुरू हुई और इसमें देश भर के विभिन्न कार्यालयों के कुल 300 एनआईए अधिकारी शामिल थे।