पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में रूस समेत सभी देशों के साथ अधिक व्यापक एवं सघन संपर्क चाहता है। पुरी ने कहा कि पिछले कुछ समय में रूस भारत को तेल का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बन चुका है। उन्होंने कहा, "ऊर्जा में रूस के साथ हमारा सहयोग बहुत व्यापक है। अगर मैं गलत न हूं तो भारतीय क्षेत्र में रूस का निवेश करीब 13 अरब डॉलर है जबकि हमारी कंपनियों ने रूस में करीब 16 अरब डॉलर निवेश किया हुआ है।"
पुरी ने यह टिप्पणी दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के बीच ऊर्जा सहयोग समेत कई द्विपक्षीय मसलों पर हुई टेलीफोन पर बातचीत के संदर्भ में की। हालांकि उन्होंने इस बातचीत के दौरान उठे बिंदुओं पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। पुरी ने कहा कि भारत की सार्वजनिक कंपनी ओवीएल ने कई साल पहले रूस के सखालिन में एक तेल ब्लॉक खरीदा था।
'अब रूस भी प्रमुख देश बन चुका है'
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा, "मार्च 2022 तक भारत रूस से बहुत सीमित मात्रा में तेल खरीदा करता था लेकिन भारत को तेल आपूर्ति के मामले में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, इराक और कुवैत के साथ अब रूस भी प्रमुख देश बन चुका है।" पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, "ऊर्जा क्षेत्र में रूस समेत सभी देशों के साथ ज्यादा व्यापक एवं सघन संपर्क का मुझे इंतजार है।"