श्रीनगर: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को श्रीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को किसी ‘स्पेशल स्टैटस’ की गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। राज्यपाल खान श्रीनगर के SKICC में आयोजित एक सूफी सम्मेलन में बोल रहे थे। इस सम्मेलन में कश्मीर के विभिन्न जिलों से आये कश्मीरी सूफी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इस सूफी कॉन्फ्रेंस का मुख्य उद्देश्य सूफीवाद को घाटी के हर घर तक ले जाने की कोशिश करना था, क्योंकि माना जाता है कि सूफीवाद के बिना कश्मीर अधूरा है।
‘लोग अपने इखलाक से स्पेशल बनते हैं’
आरिफ मोहम्मद खान ने पुणे के ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पालिसी फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस समारोह में आये लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘किसी क्षेत्र को संविधान की कोई धारा विशेष नहीं बनाती, कोई क्षेत्र लोगों के इखलाक से स्पेशल बनता है। जम्मू कश्मीर के लोग इस गलतफहमी से खुद को निकालें कि संविधान की किसी धारा से आप विशेष थे। कानून से कोई खास नहीं बनता है। लोग अपने चाल-चलन से खास बनते हैं और आपके पास वह दौलत है कि कोई भी आपकी उस विशेषता को खत्म नहीं कर सकता।
खान ने पाकिस्तान पर भी साधा निशाना
आरिफ खान ने बगैर नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि कुरान में एक लफ्ज़ आया हैं ‘बांटने वाले’, जिनपे सख्त वार्निंग दी गई हैं। उन्होंने कहा, ‘बांटने की आदत जिस में होती हैं वह किसी के साथ नहीं रह सकते। न उनका दीन से ताल्लुक है और न ही इखलाकियत और इंसानियत से। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता। हमारे मुल्क को भी बांटा गया और बांटने वालों ने जो काम किया, 25 साल भी वह नहीं चल सका। बंटा हुआ मुल्क फिर बंट गया।