नई दिल्ली : पंजाब केसरी के संपादक रहे अश्वनी चोपड़ा की चौथी पुण्यतिथि पर उनकी किताब "रोम रोम में राम" का विमोचन किया गया। अश्विनी चोपड़ा को उनके करीबी मिन्ना जी के नाम से जानते थे। इस मौके पर मुख्य अतिथि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा, वीएचपी नेता आलोक कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस अवसर पर रजत शर्मा ने कहा कि अश्वनी चोपड़ा जैसे लोग अपनी लेखनी से जिंदा रहते हैं। वहीं अश्वनी चोपड़ा की पत्नी किरण चोपड़ा ने इस अवसर पर चौपाल कार्यक्रम के अंतर्गत गरीब लोगों को ऋण के तौर पर चेक वितरण किए। ये चौपाल कार्यक्रम का 133 वां चेक वितरण समारोह था जिसमें अब तक करीब चालीस हजार गरीब लोगों को ऋण वितरण किया जा चुका है।
हम मिन्ना जी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं-किरण चोपड़ा
इस मौके पर किरण चोपड़ा ने कहा कि कितना मुश्किल दिन है आज,चार साल हो गए अश्विनी जी को गए हुए। हर पल,हर सेकंड उनकी याद आती है। उन्होंने कहा कि 2010 में 'रोम रोम में राम' की श्रृंखला चलाई,आज राम मंदिर का सपना पूरा हो रहा है। इस अवसर पर हम 250 महिलाओं की आर्थिक मदद कर रहे हैं। हम मिन्ना जी के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। हम अपनी चौपाल टीम के साथ आगे बढ़ रहे हैं। चौपाल का संकल्प है महिलाओं को सशक्त बनाना।
अश्वनी मिन्ना जैसे लोग मरते नहीं, लेखनी से जिंदा रहते हैं-रजत शर्मा
इस अवसर पर इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने अश्वनी चोपड़ा को याद करते हुए हुए कहा-'मेरे लिए अश्वनी एक सच्चेे दोस्त थे ,जिनके साथ मैं खुलकर हंसता था। अश्वनी जहां बैठते था वहां खुशनुमा माहौल हो जाता था। जब हम बाहर जाते तो मिन्ना की शरारतें प्लेन में ही शुरू हो जाती थी। न्यूयॉर्क में हम गए जब अटल जी प्रधानमंत्री थे। ट्वीन टावर पर ले गए और बोले ऐसी बिल्डिंग हम नहीं बना सकते। मुझसे अश्वनी मिन्ना ने कहा कि हम इतना पैसे कमाएं कि दोनों टावर खरीद लें। जब ट्वीन टावर गिरा तो अश्वनी का फोन मेरे पास आया और उन्होंने कहा-'ट्वीन टावर तो गिर गया'। रजत शर्मा ने कहा कि अश्वनी मिन्ना जैसे लोग मरते नहीं है,वो अपनी लेखनी से जिंदा रहते हैं। मेरी बहन किरण,अश्वनी की विरासत को बड़े ही सुचारू तरीके से संभाल रही हैं।'
अश्वनी जी की लेखनी में धार थी- राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रजत जी ने जैसा बताया मैं भी यही कहता हूं कि अश्वनी जिंदा दिल इंसान थे। अश्वनी जी की पुस्तक 'रोम रोम में राम' का लोकार्पण इस समय होना अपने आप में अहम है,पूरा देश राममय हो चुका है,चार दिन बाद अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। अश्वनी जी अगर आज होते तो वो अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा में जरूर जाते। अश्वनी जी की लेखनी में जो धार थी,वही धार उनके बेटे आदित्य चोपड़ा की लेखनी में भी है। अश्वनी जी की पुण्यतिथि पर गरीब महिलाओं को ऋण वितरण किरण चोपड़ा जी कर रही है। चौपाल जैसी संस्थाएं विकसित भारत के लिए काफी अहम है,चौपाल अब तक चालीस हजार लोगों की मदद कर चुकी है,उन्हें ऋण दे चुकी है,और इसकी वापसी लगभग 98 प्रतिशत है, ये काफी बड़ी बात है। पंजाब केसरी की चौथी पीढ़ी बहुत ही बेहतरीन काम कर रही है।