उत्तराखंड के पौड़ी जिले के एक स्कूल की सभी अध्यापिकाओं का वेतन रोका गया है। सीईओ पौड़ी आनंद भारद्वाज ने इसे लेकर आदेश जारी किए हैं। साथ ही मामले में टीचर्स से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
दरअसल, विकास खंड पौड़ी के एक राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय की समस्त अध्यापिकाओं को बच्चों को ना पढ़ाना भारी पड़ गया है। दायित्व के प्रति हीला-हवाली दिखाने पर स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापिका सहित 8 अध्यापिकाओं के वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लग गई है। सीईओ पौड़ी आनंद भारद्वाज ने आदेश जारी कर दिया है। आनंद भारद्वाज ने कहा, ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद एक जुलाई को स्कूल खुले। लेकिन, अध्यापिकाएं स्कूल में बच्चों को पढ़ा नहीं रही थी।
बता दें कि शनिवार को मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी आनंद भारद्वाज ने विकास खंड पौड़ी के राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, ल्वाली का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि स्कूल की समस्त अध्यापिकाएं स्टाफ रूम में बैठी थी। सीईओ ने बच्चों से बातचीत की। बच्चों ने बताया कि स्कूल में किसी भी पीरियड में कोई पढ़ाई नहीं हुई।
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सीईओ आनंद भारद्वाज ने बताया राकउमावि ल्वाली में प्रभारी प्रधानाध्यापिका सहित 8 अध्यापिकाएं सेवारत हैं। समस्त अध्यापिकाओं द्वारा बच्चों का ना पढ़ाया जाना आपत्तिजनक है। दायित्व के प्रति उदासीनता व जनहित में दिए कार्यों की अनदेखी करने पर प्रभारी प्रधानाध्यापिका सहित 8 अध्यापिकाओं के वेतन पर अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी गई है और स्पष्टीकरण पूछा गया है।
(इनपुट- IANS)