Highlights
- शिवसेना के खालिस्तान विरोधी मार्च के दौरान हिंसा
- कई सिख संगठन और हिंदू कार्यकर्ता आमने-सामने
- दोनों ओर से तलवारें लहराई गईं और पथराव हुआ
Patiala Violence: पंजाब के पटियाला में शिवसेना ने खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला। इस दौरान स्थिति बेहद ही तनावपूर्ण हो गई और कई सिख संगठन और हिंदू कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को पूरे मामले को सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इतना ही नहीं इस दौरान दोनों ओर से तलवारें भी लहराई गईं और पथराव भी किया गया। प्रशासन ने शहर में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एहतियातन पंजाब के पटियाला में शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है।
कैसे बिगड़े हालात-
पटियाला में शिवसेना (बालठाकरे) के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरिश सिंगला की देखरेख में आर्य समाज चौक से खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च शुरु हुआ। शिव सैनिक खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए निकले। हरीश सिंगला ने कहा कि शिवसेना कभी भी पंजाब में खालिस्तान नहीं बनने देगी और ना ही किसी को खालिस्तान का नाम लेने देगी। इसी दौरान कुछ सिख संगठन भी तलवारें लहराते हुए सड़क पर आ गए और दोनों ओर से स्थिति तनावपूर्ण बन गई और पथराव भी हुआ। शिवसैनिक और खालिस्तानी समर्थक सिख संगठन आमने सामने हो गए। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर पत्थर चले और फायरिंग भी की गई, जिसमें एक गुट के नेता घायल हो गए।
क्या बोले सीएम भगवंत मान-
वहीं इस पूरे मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डीजीपी से बात की है, इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।
कहां से शुरू हुआ बवाल-
जानकारी के अनुसार, बवाल पटियाला के आर्य समाज चौक में हुआ। शिवसैनिकों ने खालिस्तानी विरोधी मार्च निकालने का एलान किया हुआ था। खालिस्तानी समर्थक संगठनों ने उनका विरोध किया। शिवसैनिक मार्च निकालने लगे तो सिख संगठन भी सामने आ गए। इस दौरान दोनों गुटों की तरफ से विरोध बढ़ा तो पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया लेकिन हालात बेकाबू हो गए। दोनों तरफ से खूब पत्थर फेंके गए और फायरिंग भी हुई।