संसद का शीतकालीन सत्र इस बार देरी से शुरू होने वाला है। आमतौर पर संसद का शीतकालीन सत्र हर साल नवंबर महीने के तीसरे सप्ताह के आस-पास शुरू होता है, लेकिन इस बार यह सत्र दिसंबर के महीने में शुरू होने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होगा और 29 दिसंबर तक चलने की संभावना है। हालांकि, संसद के शीतकालीन सत्र की तारीखों को लेकर अंतिम और औपचारिक फैसला संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति को ही करना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मताबिक, यह शीतकालीन सत्र संसद भवन के पुराने भवन में ही आयोजित किए जाने की संभावना ज्यादा है। हालांकि, सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन की नई इमारत का प्रतीकात्मक उद्घाटन भी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, अगले साल का पहला सत्र यानी बजट सत्र का आयोजन नए भवन में किया जा सकता है।
सत्र को पुराने भवन में आयोजित करने की व्यवस्था
सरकार का लक्ष्य शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले नए भवन का निर्माण पूरा करने का था, लेकिन कुछ निर्माण कार्य निर्धारित समय से आगे बढ़ सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि इमारत के पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद भी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए 15-20 दिनों की जरुरत होगी। उन्होंने बताया कि अब ऐसा लग रहा है कि अगले साल का बजट सत्र नए भवन में हो सकता है और शीतकालीन सत्र के पुराने भवन में ही आयोजित करने की व्यवस्था शुरू हो चुकी है।
गुजरात में वोटिंग के बाद सत्र होगा शुरू
गौरतलब है कि दिसंबर महीने के पहले सप्ताह में 1 दिसंबर और 5 दिसंबर को गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। गुजरात के इस चुनाव के लिए बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित अन्य कई राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत गुजरात में झोंक रखी है। इसलिए यह कहा जा रहा है कि गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की वजह से ही इस बार संसद का शीतकालीन सत्र गुजरात में वोटिंग के बाद यानी 7 दिसंबर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि, इसे लेकर अंतिम फैसला और आधिकारिक ऐलान होना अभी बाकी है।