नई दिल्ली: पैरालंपिक दल के सदस्य, उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले गांवों के सरपंच, हथकरघा कारीगर और वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता उन लगभग 10,000 विशेष अतिथियों में शामिल हैं जिन्हें यहां कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
पहली बार दिखेंगे ये खास मेहमान
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, स्वर्णिम भारत के इन वास्तुकारों में विविध पृष्ठभूमि के लोग हैं, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सरकार की योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले लोग शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए लगभग 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि इन विशेष अतिथियों को विभिन्न क्षेत्रों और कार्यक्षेत्रों से चुना गया है। इसके लिए कुल 31 श्रेणियां थी। इन श्रेणियों में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले गांवों के सरपंच, आपदा राहत कर्मचारी, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जल योद्धा, जीवंत गांवों के अतिथि (गेस्ट्स फ्रॉम वाइब्रेंट विलेजेज़), पूर्वोत्तर राज्यों के अतिथि, सर्वश्रेष्ठ पेटेंट धारक, सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट-अप व सड़क निर्माण श्रमिक समेत अन्य शामिल हैं। बयान के अनुसार, आमंत्रित लोगों में हथकरघा कारीगर, पैरालंपिक दल के सदस्य और वन एवं वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति भवन 21-29 जनवरी तक आम जनता के लिए रहेगा बंद
वहीं, आपको बता दें कि आगामी गणतंत्र दिवस परेड और बीटिंग रिट्रीट समारोह के कारण राष्ट्रपति भवन (सर्किट-1) 21 से 29 जनवरी तक आम जनता के लिए बंद रहेगा। सर्किट 1 आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन की मुख्य इमारत का भ्रमण कराता है, तथा उन्हें भवन के अग्रभाग, प्रमुख कक्षों और लंबे ड्राइंग रूम आदि दिखाता है।
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित होने वाला ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह एक सैन्य परंपरा है। यह हर सप्ताह आयोजित किया जाता है ताकि राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड्स के एक नए समूह को कार्यभार संभालने का मौका मिल सके।
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