
चंडीगढ़: शहर में पिछले साल 10 सितंबर को सेक्टर 10 स्थित एक कोठी में हैंड ग्रेनेड से हमला किया गया था। इस धमाके को लेकर NIA ने स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें बड़ा खुलासा किया है। चार्जशीट के मुताबिक कोठी में ब्लास्ट करने के लिए जिस हैंड ग्रेनेड का प्रयोग किया था, वो हैंड ग्रेनेड पाकिस्तान मेड HG-84 था। इस मामले में NIA ने चार्जशीट में पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा और यूएसए से ऑपरेट कर रहे गैंगस्टर से आतंकी बने हैप्पी पसियां को भी बतौर आरोपी शामिल किया है। इन दोनों ही आतंकियों के इशारे पर वारदात को अंजाम दिया गया। ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते चंडीगढ़ में हैंड ग्रेनेड भेजे जाने की आशंका जताई गी है। इस मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को होगी।
ऑटो से आए दो लोगों ने किया था हमला
बता दें कि इससे पहले पंजाब पुलिस ने दावा किया था कि चंडीगढ़ ग्रेनेड धमाके की साजिश पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा और अमेरिका स्थित गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने रची थी। पुलिस ने इस मामले में एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार भी किया था। दावा है कि आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन प्राप्त है। पिछले साल सितंबर महीने में चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित मकान में विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट के बाद मकान मालिक ने दावा किया था कि ऑटो में सवार दो लोगों ने घर पर हथगोला फेंका था। पुलिस ने बताया कि केंद्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त अभियान में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की गई।
आईएसआई की मदद से लाया गया हैंड ग्रेनेड
वहीं पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान रोहन मसीह के रूप में हुई है, जो अमृतसर के पासिया गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके पास से एक अत्याधुनिक 9एमएम ग्लॉक पिस्तौल और गोला-बारूद भी बरामद किया है। डीजीपी ने कहा, ‘‘इस घटना में इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड सैन्य ग्रेड का उपकरण है, जिसे आईएसआई की मदद से ड्रोन के जरिये सीमा पार से तस्करी कर लाया गया है।’’ डीजीपी ने कहा कि पुलिस ने दूसरे आरोपी व्यक्ति की भी पहचान कर ली है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस को पूरा सहयोग मिलने की बात दोहराई। (पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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