कराची/अहमदाबाद: पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को भारत के 80 नागरिकों को एक जेल से रिहा करने का एलान किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी लोग मछुआरे हैं और गुजरात के विभिन्न इलाकों के निवासी हैं। पाकिस्तान की सरकार द्वारा इन सभी को रिहा करने की खबर मिलने के बाद गुजरात सरकार की एक टीम उन्हें लेने के लिए पंजाब पहुंची। अहमदाबाद में अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘अवैध विदेशी प्रवासियों और नागरिकों को देश से निकालने के लिए पाकिस्तानी सरकार के मौजूदा अभियान’ के तहत भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया है।
‘हमने उनको कुछ पैसे और गिफ्ट दिए हैं’
कराची में जेल के एक सनियर अफसर ने कहा कि भारतीय मछुआरों को भारी सुरक्षा के बीच अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस ट्रेन से रवाना किया गया है और शुक्रवार को लाहौर पहुंचने के बाद उन्हें वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। ईदी वेलफेयर ट्रस्ट के फैसल ईदी ने कहा कि ज्यादातर भारतीय मछुआरे गरीब पृष्ठभूमि से हैं और वे घर लौटने को लेकर बहुत खुश हैं। ईदी वेलफेयर ट्रस्ट ने ही भारतीय मछुआरों की लाहौर तक जाने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, ‘वे खुश हैं कि वे जल्द ही अपने परिवारों में मिलेंगे। हमने उन्हें घर ले जाने के लिए कुछ पैसे और अन्य उपहार दिए हैं।’
दोनों देशों की जेलों में बंद हैं दर्जनों मछुआरे
बता दें कि पाकिस्तान और भारत नियमित रूप से समुद्री सीमा का उल्लंघन करने पर एक-दूसरे के मछुआरों को गिरफ्तार करते रहते हैं। अभी भी दोनों ही देशों की जेलों में दर्जनों ऐसे मछुआरे बंद हैं जिन पर समुद्री सीमा के उल्लंघन का आरोप लगा है। अहमदाबाद में गुजरात मत्स्य पालन आयुक्त नितिन सांगवान ने बताया कि मछुआरों को शुक्रवार दोपहर अटारी-वाघा सीमा पर राज्य मत्स्य पालन विभाग की टीम को सौंप दिया जाएगा। सांगवान ने बताया, ‘वे गुजरात के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। हम उन्हें ट्रेन से गुजरात लाएंगे।’
3 साल पहले पकड़े गए थे सभी 80 मछुआरे
गैर सरकारी संगठन ‘इंडिया पाकिस्तान पीपुल्स फॉरम फॉर पीस एंड डेमोक्रेसी’ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जीवन जुंगी ने बताया, ‘इन 80 मछुआरों को पाकिस्तानी अधिकारियों ने उसके देश के जल क्षेत्र में मछली पकड़ने का आरोप लगाकर लगभग 3 साल पहले पकड़ लिया था। वे 2020 में गुजरात तट से रवाना हुए थे। हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक, 173 भारतीय मछुआरे पाकिस्तानी जेलों में बंद हैं।’ मई और जून में पाकिस्तान सरकार ने लगभग 400 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया था जिन्हें इन्हीं आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था।