नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इस बार 26 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। पश्चिम बंगाल के डॉ. दिलीप महालनोबिस को पद्म विभूषण (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। दिलीप महालनोबिस ने ओआरएस फार्मूले की खोज की थी। वहीं अंडमान निकोबार के डॉ. रतन चंद्र कर को मेडिसीन के क्षेत्र में योगदान के लिए गुजरात की महिला सामाजिक कार्यकर्ता हीराबाई लोबी जनजातीय क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्मश्री सम्मान देने का ऐलान किया गया है। जबलपुर के डॉक्टर मुनीश्वर चंद्र डावर को गरीबों-वंचितों का इलाज करने के लिए चिकित्सा (सस्ती स्वास्थ्य सेवा) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
देखें लिस्ट
- बी. रामकृष्ण रेड्डी- तेलंगाना के 80 वर्षीय भाषा विज्ञान प्रोफेसर, साहित्य और शिक्षा (भाषाविज्ञान) के क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा।
- अजय कुमार मंडावी -कांकेर के गोंड ट्राइबल वुड कार्वर, कला (लकड़ी पर नक्काशी) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा।
- के.सी. रनरेमसंगी -3 दशकों से अधिक समय से मिज़ो सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने वाली मिज़ो लोक गायक को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- मंगला कांति रॉय- जलपाईगुड़ी के 102 वर्षीय सरिंदा वादक को कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- मोआ सुबोंग- प्रख्यात नागा संगीतकार को नवप्रवर्तक कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्म श्री से नवाज़ा जाएगा।
- मुनिवेंकटप्पा -चिक्काबल्लापुर के वयोवृद्ध को कला (लोक संगीत) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- डोमार सिंह कुंवर - छत्तीसगढ़ी नाट्य नाच कलाकार को कला (नृत्य) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- परशुराम कोमाजी खुने- गढ़चिरौली के जादीपट्टी रंगभूमि कलाकार को कला (रंगमंच) के क्षेत्र में पद्म श्री से नवाज़ा जाएगा।
- गुलाम मोहम्मद ज़ाज़ - पिछले 200 वर्षों से कश्मीर में बेहतरीन संतूर बनाने वाले परिवार के 8वीं पीढ़ी के संतूर शिल्पकार को कला (शिल्प) के क्षेत्र में पद्मश्री से नवाजा जाएगा।
- भानुभाई चित्रारा-400 साल पुरानी माता नी पछेड़ी पारंपरिक शिल्प की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- परेश राठवा - छोटा उदयपुर के पिथौरा कलाकार को कला (पेंटिंग) के क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा।
- कपिल देव प्रसाद- नालंदा के बावन बूटी हथकरघा बुनकर को कला (कपड़ा) के क्षेत्र में पद्म श्री से नवाज़ा जाएगा।