भारत में हर साल बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी यात्रा करने या छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं। इस कारण भारत की जीडीपी में भी पर्यटन क्षेत्र का योगदान काफी योगदान देखा जाता है। इसी क्रम में सोमवार को केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि भारत में साल 2023 में आने वाले विदेशी पर्यटकों की कुल संख्या 95.2 लाख थी। इसके साथ ही साल 2022-23 के लिए देश के जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र का योगदान पांच प्रतिशत रहा है।
किस काम से कितने पर्यटक आए?
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में पर्यटन क्षेत्र के बारे में जानकारी दी है। शेखावत ने बताया कि कुल विदेशी पर्यटकों में छुट्टियां और मनोरंजन के मकसद से यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या 46.2 प्रतिशत रही है। वहीं, भारतीय प्रवासियों की हिस्सेदारी 26.9 प्रतिशत थी। इसके अलावा व्यवसाय और पेशेवर 10.3 प्रतिशत, चिकित्सा 6.9 प्रतिशत, विद्यार्थी 0.5 प्रतिशत, अन्य (अज्ञात सहित) 9.2 प्रतिशत रही।
जीडीपी में कितना योगदान?
पर्यटन मंत्री ने कहा कि वर्ष 2018-19 में देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 5.01 प्रतिशत था, जबकि 2022-23 में यह आंकड़ा पांच प्रतिशत रहा। पर्यटन मंत्रालय ने भारत में पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए पर्यटन स्थलों पर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और पर्यटन स्थलों पर कनेक्टिविटी और पहुंच को बढ़ाने जैसे कदम उठाए हैं।
3 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य
भारत दुनिया के सबसे अधिक मांग वाले पर्यटन स्थलों में से एक बन रहा है। पर्यटन के क्षेत्र में एक वैश्विक पहुंच दिलाने के लिए भारत ने 2047 तक 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की पर्यटन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है। साल 2022 में 14.3 मिलियन विदेशी पर्यटकों ने भारत की यात्रा की और इससे 17.6 बिलियन डॉलर के राजस्व प्राप्त हुआ था। (इनपुट: भाषा)
ये भी पढ़ें- कर्नाटक: BBMP में 46,300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप, ED को लिखा गया पत्र
PM मोदी ने दी संविधान दिवस की बधाई, संसद के सेंट्रल हॉल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन