इंफाल: मणिपुर की एक स्पेशल कोर्ट द्वारा जमानत पर रिहा किए गए 5 ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों में से एक युवक को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। युवक की गिरफ्तारी के बाद इंफाल वेस्ट के कुछ इलाके फिर सुलग उठे और वहां सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच शुक्रवार की रात फिर से झड़प हुईं। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फिर से गिरफ्तार किए गए युवक की स्थिति को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
‘आनंद को अपने साथ ले गए कुछ अधिकारी’
अधिकारियों ने बताया कि जमानत पर रिहाई के बाद 4 युवकों को उनके परिवारों को सौंप दिया गया, लेकिन प्रतिबंधित ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ के पूर्व काडर मोइरांगथेम आनंद को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। आनंद की पत्नी ने कहा, ‘मुझे पुलिस ने बताया है कि मेरे पति को 10 साल से ज्यादा पुराने एक दूसरे मामले में गिरफ्तार किया गया है।’ जमानत पर रिहा किए गए एक युवक एल. माइकल ने कहा, ‘हम में से चार को रिहा कर दिया गया, लेकिन कुछ अधिकारी आनंद को अपने साथ ले गए। हमने तभी उसे आखिरी बार देखा था।’
आंसू गैस के गोलों का किया गया इस्तेमाल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने इंफाल वेस्ट जिले के क्वाकीथेल इलाके, सिंगजमेई और उरीपोक में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने सरकार और पुलिस का विरोध करते हुए बीच सड़क पर टायर जलाए। इससे पहले, मणिपुर की एक स्पेशल कोर्ट ने 5 युवकों को 50 हजार रुपये के जमानती बॉण्ड जमा कराने के बाद रिहा कर दिया गया। पुलिस ने 16 सितंबर को इंफाल ईस्ट जिले के कोंगबा में आनंद और 4 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था तथा उनके पास से गोला बारूद के साथ एक इंसास राइफल बरामद की थी।
भीड़ ने की थी थानों में घुसने की कोशिश
मणिपुर में गुरुवार को सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच उस वक्त बड़े पैमाने पर झड़पें देखी गईं थी, जब प्रदर्शनकारियों ने 5 युवकों को रिहा करने की मांग को लेकर ‘गिरफ्तारी देने’ के लिए पुलिस थानों में घुसने की कोशिश की। इस बीच मणिपुर सरकार ने शुक्रवार रात हथियार लूटने वाले लोगों को 15 दिनों के भीतर हथियार जमा करने की चेतावनी दी, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दफ्तर की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि किसी ने भी अवैध हथियार रखे हैं तो उन्हें तुरंत या शुक्रवार से 15 दिनों की अवधि के भीतर जमा कर दे। (भाषा)