जालंधर: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में जीशान अख्तर नाम के एक शख्स का नाम भी सामने आया है। जीशान जालंधर का रहने वाला बताया जा रहा है। जीशान अख्तर 2022 में गिरफ्तारी के बाद जब जेल गया था, तब पटियाला जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग से हुई थी। इसके बाद जब वह जेल से बाहर आया तो मुंबई चला गया था। जीशान अख्तर जालंधर के नकोदर इलाके के शकर गांव का रहने वाला है।
2022 में किया गया था गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि जालंधर पुलिस ने साल 2022 में जीशान अख्तर को हत्या और डकैती के केस में गिरफ्तार किया था। इसी दौरान पटियाला जेल में उसकी मुलाकात लॉरेंस गैंग से हुई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 7 जून को जेल से छूटने के बाद जीशान अख्तर सबसे पहले हरियाणा के कैथल में गुरमेल के घर गया। उसके बाद ऑर्डर मिलने के बाद शूटर मुंबई के लिए रवाना हो गए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुंबई में सभी आरोपी एक साथ रह रहे थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जीशान अख्तर तीनों शूटरों को निर्देश दे रहा था। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने के लिए जीशान अख्तर ने ही किराए के कमरे समेत दूसरे लॉजिस्टिक सपोर्ट की व्यवस्था की थी।
इसी साल जेल से निकला था बाहर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जीशान अख्तर पटियाला जेल में बंद था। जीशान इसी साल 7 जून को जेल से बाहर आया था। आरोपी जीशान अख्तर की उम्र महज 21 साल है। आरोपी इतना शातिर था कि 2022 में विदेशी नंबर पर वॉट्सऐप इस्तेमाल करता हुआ पकड़ा गया था। जीशान ने गांव ही सरकारी स्कूल से 10वीं तक ही पढ़ाई की है। आरोपी के पिता मुहम्मद जमील टाइल ठेकेदार का काम करते हैं। आरोपी जीशान का भाई पिता के साथ ही काम करता है।
जीशान के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज
मिली जानकारी के मुताबिक जीशान के खिलाफ हत्या के साथ-साथ 7 मुकदमे दर्ज हैं। जीशान को जरायम की दुनिया में जुलमी के नाम से भी बुलाया जाता है। जीशान अख्तर के डॉजियर के मुताबिक जिशान का असली नाम मोहम्मद यासिन अख्तर है। इसके गैंग में 22 लोग हैं। इसके डॉजियर के अनुसार जालंधर के सदर पुलिस स्टेशन में 30 लाख रुपये के एक्सटॉरशन का मुकदमा दर्ज है। जीशान ने रानो नाम के शख्स से एक्सटॉरशन मांगी थी। पैसे नहीं देने पर उसके घर पर दो गोलियां भी चलाई थी। जिशान इससे पहले किसी और वारदात को अंजाम देने के लिए .32 और .30 की पिस्टल का इस्तेमाल करता था
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