Highlights
- देश के अब तक 23 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में ओमीक्रोन के कुल 1,270 मामलों का पता चला
- साल 2021 के आखिरी दिन शक्रवार को वैक्सीनेशन को लेकर देश ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की
- भारत की 90% वयस्क आबादी को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है
नयी दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप ने अब मामलों की संख्या के मामले में डेल्टा स्वरूप की जगह लेना शुरू कर दिया है और संक्रमित पाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से अब लगभग 80 प्रतिशत ओमिक्रॉन से संक्रमित मिल रहे हैं। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को दी। सूत्रों ने बताया कि हालांकि, सामने आने वाले मामलों में से एक तिहाई हल्के लक्षण वाले होते हैं जबकि बाकी बिना लक्षण वाले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के कुल 1,270 मामलों का पता चला है।
देश में एक तरफ जहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की बढ़ती रफ्तार सरकार की चिंता बढ़ा रही है तो वहीं इससे निपटने के लिए वैक्सीनेशन अभियान भी तेजी से जारी है। साल 2021 के आखिरी दिन शक्रवार को वैक्सीनेशन को लेकर देश ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि भारत ने 145 करोड़ कोविड टीकाकरण का मील का पत्थर पार कर लिया है।
मंडाविया ने ट्वीट करते हुए कहा, 'कोरोना टीकाकरण के 145 करोड़ के मील के पत्थर को पार करके एक शानदार नोट पर वर्ष का अंत, चुनौतीपूर्ण 2021 वर्ष में अपार धैर्य, दृढ़ संकल्प और संकल्प प्रदर्शित करने के लिए हमारे डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं का आभार।' बता दें कि इसी साल 16 जनवरी को देशभर में टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था, जिसमें पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया था। इसके बाद दो फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू हुआ था
कोविड-19 जांच में काफी कमी को देखते हुए, केंद्र ने गुरुवार को 19 राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों से ‘‘व्यापक पैमाने पर’’ जांच करने का आग्रह किया था ताकि संक्रमित मामलों की तुरंत पहचान की जा सके और ओमिक्रॉन स्वरूप के प्रसार को सीमित किया जा सके। दो दिसंबर को देश में ओमिक्रॉन स्वरूप के पहले दो मामलों की घोषणा किये जाने के बाद से स्वास्थ्य मंत्रालय एक मिशन मोड में काम कर रहा है और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर राज्यों का लगातार मार्गदर्शन कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नियमित रूप से देश भर में कोविड-19, ओमिक्रॉन की स्थिति और स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें कर रहे हैं।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया विशेषज्ञ टीमों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रतिदिन स्थिति की समीक्षा करते हैं। वह दवाओं और वेंटिलेटर के भंडार और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर भी जानकारी लेते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का ‘वॉर रूम’ चौबीस घंटे काम कर रहा है और सभी रुझानों और बढ़ोतरी का विश्लेषण कर रहा है तथा देशव्यापी स्थिति की निगरानी कर रहा है।
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जांच बढ़ाने, अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने, टीकाकरण अभियान की गति और इसका प्रसार बढ़ाने तथा जहां भी आवश्यक हो संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करने की सलाह दी है। भारत की नब्बे प्रतिशत वयस्क आबादी को कोरोना वायरस रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है और 64.40 प्रतिशत लोगों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है।