Highlights
- नए संकट का सबसे ज्यादा खतरा दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में है।
- बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को दस राज्यों में विशेष केंद्रीय टीमें भेजी हैं
- केंद्रीय टीमें बहुत सारे विषयों को लेकर काम करेंगी
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इसे लेकर कई सख्त कदम सरकार द्वारा उठाए जा रहे हैं। इस नए संकट का सबसे ज्यादा खतरा दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात में हैं। बढ़ते मामलों पर काबू पाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को दस राज्यों में विशेष केंद्रीय टीमें भेजी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ जारी बयान में बताया गया है कि जिन राज्यों में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं और जहां कोविड वैक्सीनेशन कम हुआ है, उन 10 राज्यों में इन टीमों को तैनात किया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान के मुताबिक राज्यों में तैनात होने वाली केंद्रीय टीमें बहुत सारे विषयों को लेकर काम करेंगी। मंत्रालय की तरफ से अभी टीमों के काम की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर रोक लगाना और टीकाकरण को गति देना टीमों का प्राथमिक एजेंडा होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह टीमें केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब में तैनात की जाएंगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह कदम ऐसे समय में सामने आया है, जबकि देशभर में बीते 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 7,189 नए मामले सामने आए हैं और 387 लोगों ने जान गंवाई है। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के अब तक 453 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 115 लोग ठीक हुए हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। ओमिक्रॉन के सबसे अधिक 110 मामले महाराष्ट्र में हैं, जबकि दिल्ली इस मामले में दूसरे स्थान पर है।