Highlights
- उदयपुर में हुई ओमिक्रॉन से पहली मौत-सरकार
- 73 वर्षीय व्यक्ति के नमूने में ओमिक्रॉन वेरिएंट पाए गए-सरकार
नयी दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन से मौत का पहला मामला बुधवार को राजस्थान में सामने आया जबकि कोविड-19 के नये मामले 70,000 के पार चले गए। केंद्र ने इसे “बेतहाशा वृद्धि” बताया है जिसका प्रसार वायरस की दूसरी क्रूर लहर के दौरान दर्ज प्रसार से “कहीं ज्यादा” है। संक्रमण के प्रसार की गति को दर्शाने वाला पैमाना ‘आर नॉट वैल्यू’ अभी के मामलों में अधिक स्तर पर है। तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश के बढ़ती महामारी से निपटने के लिए रात के कर्फ्यू को नए सिरे से लागू करने वाले राज्यों की बढ़ती सूची में शामिल होने के साथ ही केंद्र ने कहा कि कोविड मामलों में वृद्धि (पिछले आठ दिनों में 6.3 गुना वृद्धि) शहरों में हो रही है और ओमिक्रॉन वेरिएंट इसका प्रमुख कारण है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “आर नॉट वैल्यू’ 2.69 है। यह 1.69 के उस आंकड़े से अधिक है जो हमने महामारी की दूसरी लहर के चरम पर देखी थी। मामलों का प्रसार पहले से कहीं अधिक तेज है।" केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार तक देश में‘ओमिक्रॉन’ के कुल 2,135 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 828 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं। ये मामले 24 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 653 मामले सामने आए, इसके बाद दिल्ली में 464, केरल में 185, राजस्थान में 174, गुजरात में 154 और तमिलनाडु में 121 मामले सामने आए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में 73 वर्षीय व्यक्ति जिसकी पिछले सप्ताह मृत्यु हो गई, उसके नमूने में ओमिक्रॉन वेरिएंट की उपस्थिति दिखी। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजस्थान में मौत का मामला "तकनीकी रूप से" ओमिक्रॉन से संबंधित है। उन्होंने कहा, ‘‘ ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की रिपोर्ट आने से पहले ही व्यक्ति की मौत हो गई थी। मरीज बुजुर्ग व्यक्ति थे और उन्हें मधुमेह के साथ अन्य बीमारियां भी थीं एवं प्रोटोकॉल के तहत उनका इलाज अन्य रोगों के साथ-साथ संक्रमण के लिए किया जा रहा था।’’
अग्रवाल ने कहा,‘‘हमारे दिशानिर्देश कहते हैं कि अगर कोरोना वायरस संक्रमित मरीज की मौत होती है तो उसे कोविड-19 से हुई मौत माना जाता है। इसी प्रकार अगर व्यक्ति ओमिक्रॉन से ग्रस्त पाया जाता है और भले ही इसका देर से पता चले, हम उसे ओमिक्रॉन संक्रमण का मामला मानते हैं।’’ राजस्थान सरकार के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति (73) के नमूने के जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है उसकी दो बार कोविड जांच की गई थी जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और 31 दिसंबर को उदयपुर के अस्पताल में मरीज की मौत हो गई थी।
कई राज्यों ने कई डॉक्टरों के संक्रमित होने की जानकारी दी है जिससे किसी संकट से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों की कमी की आशंका पैदा हो गई है। मुंबई में महाराष्ट्र सरकार और नगर निकाय द्वारा संचालित अस्पतालों के 159 रेजिडेंट डॉक्टर तीन दिन में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में एक दिन में कोविड-19 के 58,097 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,50,18,358 हो गई है। करीब 199 दिन बाद इतने अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं। इससे पहले 20 जून 2021 को 58,419 नए मामले सामने आए थे। देश में 534 और संक्रमितों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,82,551 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या करीब 81 दिन बाद दो लाख के पार चली गई।
इनपुट-भाषा