ओड़िशा के गजपति जिले के मोहना पुलिस थाना क्षेत्र से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस की कैद से एक अपराधी फरार हो गया। अपराधी के पैरों में लोहे की जंजीर बंधी होने के बावजूद वह पुलिस के चंगुल से निकल गया। आश्चर्य की बात तो ये है कि जिस वक्त अपराधी भाग रहा था, उस वक्त पुलिस की टीम होटल के एक कमरे में एसी की हवा खा रही थी।
दअरसल 27 अक्टूबर को गजपति जिले के निवासी जुएल सबर को महाराष्ट्र के अकोला पुलिस ने गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। जुएल को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद अकोला पुलिस उसे आगे की जांच के लिए रिमांड में लेकर गजपति जिले के मोहना इलाके में पहुंची थी।
एसी की हवा खा रहे थे पुलिसवाले
स्थानीय पुलिस को सूचना न दे कर अकोला पुलिस मोहना इलाके के एक होटल में रात को 2 बजे पहुंची थी। जब सुबह पुलिस की टीम अपनी दैनिक कर्मों में व्यस्त थी तब मौका पा कर कैदी जुएल सबर मौके से फरार हो गया। जब जुएल फरार हो रहा था तब कथित तौर पर पुलिस टीम के बाकी सदस्य दूसरे कमरे में एसी की हवा खा रहे थे। जुएल के पैरों में कड़ी लगी हुई है और अभी वो पुलिस की चंगुल से दूर है। अकोला पुलिस और मोहना पुलिस अब कैदी की खोजबीन में लगी हुई हैं और इलाके के चप्पे चप्पे की तलाशी की जा रही है।
27 अक्टूबर को गिरफ्तार हुआ था जुएल
मोहना पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है। मोहना थाना के प्रभारी निरीक्षक बसंत सेठी ने बताया "27 अक्टूबर को अकोला पुलिस ने जुएल सबर को गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। जुएल को अतिरिक्त सत्र न्यायालय में पेश करने के बाद अकोला पुलिस उसे आगे की जांच के लिए रिमांड में लेकर मोहना पहुंची थी। चूंकि 2 और 3 नवंबर की रात को उन्हें इलाके में पहुंचते-पहुंचते देर हो गई थी। लिहाजा पुलिस की टीम मोहना के पदमालय लॉज में कमरा लेकर रुकी। जुएल को भी उसी कमरे में रखा गया। सुबह लगभग 8 बजे जब पुलिस की टीम के सदस्य जुएल के पास नहीं थे, तब उसने मौका पा कर कमरे का दरवाजा खोला और फरार हो गया। जैसे ही अकोला पुलिस ने हमें वारदात की जानकारी दी। हम तुरंत मौके पर पहुंच गए। अकोला पुलिस और मोहना पुलिस एक साथ फरार अपराधी की तलाश कर रही हैं और उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।"
बहरहाल कैदी पर बीएनएस की धारा 226 लगाई गई है और पुलिस उसकी खोजबीन में लगी हुई है।
(ओड़िशा से शुभम कुमार की रिपोर्ट)