बालासोर: ओडिशा रेल हादसे ने देशभर को सकते में डाल दिया है। इस हादसे ने रेलवे की सुरक्षा और सेफ्टी व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। इस हादसे में 288 लोगों की जान जा चुकी है और एक हजार से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दुर्घटना के बाद लोग मदद के लिए बढ़-चढ़कर आगे आ रहे हैं। जिन लोगों के पास गाड़ियां थीं, वे हादसा स्थल से घायलों को अस्पताल पहुंचा रहे थे। जो व्यक्ति जिस तरह से मदद कर सकता था, उसने की।
इन्हीं मददगारों में एक नाम जेनरिक आधार के संस्थापक अर्जुन देशपांडे का भी है। घटना के तुरंत बाद, अर्जुन देशपांडे ने अपनी सभी जेनेरिक आधार टीमों को निर्देश दिया कि वे आगे आएं और जरूरतमंद लोगों को दवाओं और आवश्यक उत्पादों की सभी आवश्यक सहायता प्रदान करें। बालासोर में जेनेरिक आधार की फ्रेंचाइजी ने सक्रिय रूप से भाग लिया और हर तरह से पीड़ितों की सहायता प्रदान की। उन्होंने 50 से अधिक फ़ार्मासिस्ट को मुफ़्त दवाइयों के साथ घटना स्थल पर भेजा है।
बालासोर में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद घायलों के इलाज के लिए अचानक से खून की डिमांड बढ़ेगी। इलाज के लिए कई यूनिट्स ब्लड की जरुरत होगी, यह जरुरत पूरी हो सके इसके लिए लोगों ने मानवता की मिशाल पेश की है। लोग अपने आप ही अस्पतालों में रक्तदान करने के लिए पहुंच रहे हैं। हालात यह हैं कि अस्पतालों में रक्तदान करने वालों की लाइनें लगी हुई हैं। एक जानकारी के अनुसार बालासोर में रात भर में 500 यूनिट खून एकत्र किया गया है।