Highlights
- पुलिस ने बताया 115 बच्चों में 112 लड़कियां हैं
- 'कई लड़कियों ने माता-पिता से झगड़ा होने के बाद घर छोड़ दिया था'
- बच्चों के लापता होने का एक मुख्य कारण तस्करी: बाल अधिकार कार्यकर्ता
Odisha: ओडिशा के गंजाम जिले से काफी संख्या में बच्चे लापता हो गए थे। इसमें पुलिस ने लापता बच्चों में से कम से कम 115 का जनवरी से अभी तक पता लगाया है। पुलिस ने बताया कि इन बच्चों में 112 लड़कियां हैं। SP बृजेश राय ने कहा कि एक विशेष अभियान के तहत आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से 23 लड़कियों को बचाया गया। जबकि जिले के विभिन्न हिस्सों से 14 अन्य लड़कियों का पता चला। उन्होंने बताया कि कई बच्चों को उन दुकानों और होटलों से छुड़ाया गया, जहां उन्होंने काम शुरू कर दिया था। कुछ बच्चे अपने रिश्तेदारों के यहां भी मिले।
संलिप्त कई लोगों के खिलाफ पुलिस ने की कार्रवाई
कुछ लड़कियां अपने प्रेमियों के साथ मिलीं जिनके साथ वे अपने परिवार को बिना बताए चली गई थीं। उनके माता-पिता ने उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। SP ने बताया कि कई लड़कियों ने माता-पिता से झगड़ा होने के बाद घर छोड़ दिया था। राय ने कहा, ‘‘ हमने कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है, जिन्होंने शादी करने का झांसा देकर लड़कियों को अगवा किया था।’’ ऐसे ही एक मामले में जिला पुलिस ने सोमवार को भुवनेश्वर से 17 वर्षीय लड़की को छुड़ाकर उसके माता-पिता से मिलवाया।
"बच्चों के लापता होने का एक मुख्य कारण तस्करी भी है"
पुरुषोत्तमपुर थाने के अधिकारी प्रियाश ने बताया कि लड़की राज्य की राजधानी में किराए के मकान में एक युवक के साथ रह रही थी। व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बाल अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि बच्चों के लापता होने का एक मुख्य कारण तस्करी भी है। बाल अधिकार कार्यकर्ता सुधीर सबत ने कहा कि कई मामलों में, तस्कर लड़कियों को अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर राज्य से बाहर ले गए थे।