Highlights
- भगवान जगन्नाथ मंदिर के रसोई भंडार में आग
- देर रात 'सारा घर' के अंदर आग की घटना
- दमकलकर्मियों ने आग पर पाया काबू
Odisha News: ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के रसोई भंडार में शनिवार देर रात अचानक आग लग गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आग कल देर रात 'सारा घर' के अंदर लगी, जहां महाप्रसाद पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तनों के साथ रसोई का सामान रखा जाता है। अधिकारियों ने कहा कि मंदिर के कर्मचारियों ने दमकलकर्मियों की मदद से आग पर काबू पाया। उन्होंने कहा कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। अधिकारियों ने कहा आग लगने के असल कारण का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कुछ ही दिन पहले गर्भ गृह में गिरा था प्लास्टर
बता दें कि जगन्नाथ मंदिर की रसोई में आग लगने से कुछ ही दिन पहले मंदिर के गर्भ गृह में केमिकल प्लास्टर गिरने की भी खबर आई थी। हालांकि गनीमत रही कि भगवान बलभद्र की प्रतिमा खंडित होने से बाल-बाल बच गई। जगन्नाथ मंदिर में छत से प्लास्टर का एक टुकड़ा गिरने के बाद ऐतिहासिक मंदिर में दैनिक अनुष्ठान कुछ देर के लिए बाधित हो गया था। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के अधिकारी ने बताया कि 12वीं सदी के मंदिर के गर्भगृह की छत से करीब 1.5 किलोग्राम वजन का चूने का प्लास्टर अलग होकर गिर गया। एसजेटीए के अधिकारी ने कहा, “हमने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को इस बारे में सूचित कर दिया है। मंदिर के अंदर किसी भी व्यक्ति या देवताओं की मूर्तियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है।” श्री जगन्नाथ मंदिर का दौरा करने वाले एएसआई के एक अधिकारी ने कहा कि नमी होने के कारण छत से चूने का प्लास्टर गिर गया था।
जुलाई में निकली थी भगवान जगन्नाथ की नौ दिवसीय रथयात्रा
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के अलावा चक्रराज सुदर्शन के विशालकाय रथों के साथ एक जुलाई को नौ दिवसीय रथयात्रा उत्सव पर निकले थे। इस दौरान लाखों की संख्या में आए श्रद्धालुओं ‘जय जगन्नाथ’ और ‘हरिबोल’ का उद्घोष करते दिखे थे। घंटे, ढोल, मंजीरे और नगाड़ों की अवाज से आकाश गूंज उठा था और सिंहद्वार के आसपास इकट्ठा हुए देशभर से आए श्रद्धालुओं ने रथों पर सवार देव प्रतिमाओं के दर्शन किये थे।