नई दिल्ली: ओडिशा के बालासोर में हुआ ट्रेन हादसा अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने यह याचिका दाखिल की है। इस याचिका में उन्होंने कोर्ट से कहा है कि कोर्ट इस हादसे की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में एक एक्सपर्ट कमिटी से कराए। इसके साथ ही याचिका में उन्होंने कहा है कि यह जांच 2 महीनों में पूरी कराई जाए और इसकी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल हो। इसके साथ याचिका में कहा गया है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए जरुरी कदम उठाए जाएं।
याचिका में अपील कि सभी ट्रेनों में लगाया जाए कवच
याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कोर्ट से कहा है कि वह सरकार को आदेश दे कि जल्द से जल्द सभी ट्रेनों में स्वचालित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली या 'कवच' लगाया जाए, जिससे आगे से ऐसे हादसों को समय रहते हुए रोका जा सके। बता दें कि भारतीय रेलवे ने चलती ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए बनाई गई स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली को 'कवच' का नाम दिया है। कवच भारतीय उद्योग के सहयोग से अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा एक स्वदेशी रूप से विकसित एटीपी (एंटी ट्रेन प्रोटेक्शन) प्रणाली है।
अगले साल तक सभी ट्रेनों में लग जाएगा कवच
रेल मंत्रालय के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने शनिवार को सूचित किया ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली (टीसीएएस) या कवच, जिसे पिछले साल परीक्षणों के लिए शुरू किया गया था, अगले साल ट्रेनों में स्थापित होने की संभावना है। रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि तकनीक देश भर में शुरू की गई है और इसे कई रेलवे लाइनों में उपयोग के लिए भी मंजूरी दी गई है।