ओडिशा के बालासोर जिले के मंदरुनी गांव में हैदराबाद क्राइम ब्रांच ने चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। जांच के दौरान 20 लाख रुपये से अधिक बरामद हुए, जिन्हें खाद के ढेर में छिपाया गया था। चोरी के इस मामले में पुलिस ने एक महिला और उसके बेटे को हिरासत में लिया है, जबकि मुख्य आरोपी फरार है।
चोरी का ये मामला तब सामने आया जब हैदराबाद के एक एग्रो इंडस्ट्रीज कंपनी ने अपने कार्यालय से लगभग 21 लाख रुपये की चोरी की शिकायत दर्ज करवाई। गोपाल बेहेरा नाम के व्यक्ति पर एग्रो इंडस्ट्री ने शक जाहिर किया। कथित तौर पर गोपाल ने वारदात को अंजाम देने से पहले कंपनी के सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए और फिर पैसे लेकर भाग गया।
गांव ले जाकर खाद के ढेर में छिपाए पैसे
चोरी के बाद गोपाल ने पैसे अपने साले राजेंद्र बेहेरा को दे दिए। राजेंद्र ने पैसों को अपने गांव मंदरुनी ले जाकर घर के पास पड़े खाद के ढेर में गाड़ दिया। उसे लगा कि यह जगह इतनी मामूली है कि किसी का ध्यान वहां नहीं जाएगा। हालांकि, पुलिस की सूझबूझ और लगातार जांच के चलते यह छुपाया गया पैसा बरामद हो पाया। जांच में क्राइम ब्रांच की टीम ने गोपाल का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन वह मौके से फरार हो गया। हालांकि, उसके साले राजेंद्र और उसकी मां को हिरासत में ले लिया गया है। दोनों से पूछताछ जारी है ताकि पता लगाया जा सके कि इस चोरी में और कौन-कौन शामिल था।
गोपाल की तलाश में छापेमारी कर रही पुलिस
गोपाल बेहरा की तलाश में पुलिस लगातार अलग अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है। क्राइम ब्रांच यह जानने की कोशिश कर रही है कि चोरी को अंजाम देने में गोपाल के अलावा और भी लोग शामिल थे या नहीं। पैसे छुपाने का यह तरीका इतना अनोखा था कि स्थानीय लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया। खाद के ढेर जैसी साधारण जगह पर इतनी बड़ी रकम छुपाना किसी के लिए भी हैरानी की बात है। पुलिस जल्द से जल्द मुख्य आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही है। वहीं, गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ जारी है ताकि चोरी की पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके।
(ओड़िशा से शुभम कुमार की रिपोर्ट)