Highlights
- पैगंबर पर टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा पर एक्शन
- विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी ने किया निलंबित
- पार्टी से निकाले जाने के बाद नूपुर ने दिया बयान
Nupur Sharma: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए कथित विवादित बयान के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया। शर्मा के बयान का मुस्लिम समुदाय ने भारी विरोध किया था। भाजपा निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने ट्वीट कर अपना एक बयान जारी किया है। नूपुर ने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो वह अपने शब्द वापस लेती हैं।
निलंबन के बाद नूपुर शर्मा ने कही ये बात
नूपुर शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसको लेकर एक्शन के बाद नूपुर शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक बयान जारी किया है। नूपुर शर्मा ने लिखा, "मैं पिछले कई दिनों से टीवी डिबेट पर जा रही थी, जहां रोजाना मेरे आराध्य शिव जी का अपमान किया जा रहा था। मेरे सामने यह कहा जा रहा था कि वो शिवलिंग नहीं फव्वारा है, दिल्ली के हर फुटपाथ पर बहुत शिवलिंग पाए जाते हैं, जाओ जाके पूजा कर लो।
नूपुर ने आगे लिखा कि मेरे सामने बार-बार इस प्रकार से हमारे महादेव शिव जी के अपमान को मैं बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैंने रोष में आके कुछ चीजें कह दीं। उन्होंने लिखा कि अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की कभी नहीं थी।
नूपुर के बयान पर बीजेपी की सफाई
बीजेपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों ने सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का काम किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी एक प्रवक्ता द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए कथित विवादित बयान से मचे बवाल को शांत करने के प्रयासों के तहत रविवार को कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धर्म के पूजनीय लोगों का अपमान स्वीकार नहीं करती। पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान से उपजे विवाद के बीच भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकार्य नहीं है, जो किसी भी धर्म या संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए।
बढ़ते विवाद पर बीजेपी ने लिया एक्शन
भाजपा की अनुशासनात्मक समिति की ओर से जारी एक पत्र में कहा गया कि शर्मा ने विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की राय के विपरीत जाकर विचार प्रस्तुत किए हैं, जो कि इसके संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है। पत्र में कहा गया, ‘‘आगे की जांच तक आपको पार्टी से तथा पार्टी की जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।’’ दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता की ओर से जिंदल को जारी एक पत्र में कहा गया, ‘‘आपकी प्राथमिक सदस्यता तत्काल समाप्त की जाती है और आपको पार्टी से निष्कासित किया जाता है।’’