नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण और खासतौर से प्राण प्रतिष्ठा के बाद समारोह से अयोध्या नगरी की रंगत बदल चुकी है। अब अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) सेंटर बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इस संबंध में गृह मंत्रालय में फाइल आगे बढ़ चुकी है।
डीआईजी और आईजी रैंक के अधिकारी की अगुआई में एनएसजी सेंटर
जानकारी के मुताबिक सरकार की योजना है कि अयोध्या में डीआईजी और आईजी रैंक के अधिकारी की अगुआई में एनएसजी का एक सेंटर स्थापित किया जाए। इस एनसजी सेंटर पर बम निरोधक दस्ता, एंटी सबोटेज टीम, एंटी हाइजैकिंग टीम, क्विक एक्शन टीम,के9 डॉग स्क्वॉड के साथ ही सभी आधुनिक उपकरण मौजूद रहेंगे।
अयोध्या में पहले भी हो चुका है आतंकी हमला
दरअसल, अयोध्या में पहले से ही बेहद संवेदनशील रही है। यहां पहले भी आतंकी हमले हो चुके हैं लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते आतंकियों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए थे। राम मंदिर निर्माण के बाद यहां रामभक्तों की भीड़ के देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं अब केंद्र की योजना अयोध्या में एनएसजी सेंटर स्थापित करने की है।
क्या है एनएसजी?
एनएसजी का गठन आतंक विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए किया गया था। वर्ष 1984 में केंद्रीय कैबिनेट ने एनएसजी के गठन का फैसला लिया था। इसके लिए 1986 में ससंद में एक विधेयक पेश किया और इसे 22 सितंबर, 1986 को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली। उसी दिन से एनएसजी औपचारिक तौर पर अस्तित्व में आया।