भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने कजाखिस्तान में SCO देशों के सुरक्षा परिषदों के सचिवों की 19वीं बैठक में हिस्सा लिया और क्षेत्र में आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर अहम चर्चा की है। डोवाल ने इस बात पर जोर दिया है कि भारत और एससीओ देशों के बीच संबंध कई सदियों पुराने हैं और वह इसे और गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि एससीओ सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरी तरह से सम्मान करना चाहिए।
रूस में आतंकी हमले की निंदा
एनएसए अजित डोवाल ने 22 मार्च को मॉस्को में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अपने रूसी समकक्ष से कहा है कि आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए भारत सभी रूपों में रूसी सरकार और लोगों के साथ एकजुट है। एनएसए डोवाल ने कहा है कि सीमा पार से आतंकवाद सहित आतंक का कोई भी कृत्य, चाहे वो किसी के भी द्वारा, कहीं भी और किसी भी उद्देश्य से किया गया हो, उचित नहीं है।
आतंकवाद के मददगार को जवाबदेह बनाना चाहिए- डोवाल
एनएसए अजित डोवाल ने कहा है कि आतंकवाद के मामले में दोहरे मानदंडों से दूर रहना चाहिए और उन लोगों को जवाबदेह बनाना चाहिए जो आतंकवाद के प्रायोजक, वित्तपोषक और मददगार हैं। अजित डोवाल ने ये भी कहा कि सीमा पार आतंकवाद में शामिल लोगों सहित आतंकवाद के अपराधियों से प्रभावी ढंग से और शीघ्रता से निपटा जाना चाहिए।
क्षेत्र से आतंकवाद के खात्मे पर जोर
अजित डोवाल ने बैठक में अल कायदा और उसके सहयोगी, आईएसआईएस और उसके सहयोगी, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद सहित यूएनएससी द्वारा नामित आतंकवादी समूह द्वारा एससीओ क्षेत्र में आतंकी खतरे का भी मुद्दा उठाया। एससीओ देशों की बैठक में अजित डोवाल ने आतंकवादियों द्वारा हथियारों और दवाओं की सीमा पार तस्करी के लिए ड्रोन सहित अन्य टेक्नोलॉजी का मुकाबला करने पर जोर दिया है। डोवाल ने कहा कि भारत आतंक के वित्तपोषण का मुकाबला करने के लिए RATS SCO के भीतर सहयोग के लिए प्रभावी तंत्र के निर्माण का समर्थन करता है और इसे और मजबूत करने का भी समर्थन करता है।
अफगानिस्तान में आतंकवादी नेटवर्क पर चिंता
एनएसए अजित डोवाल ने अफगानिस्तान में आतंकवादी नेटवर्क की निरंतर उपस्थिति सहित सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है उन्होंने कहा कि अगानिस्तान के पड़ोसी के रूप में वहां भारत के सुरक्षा और आर्थिक हित हैं। डोवाल ने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान में समावेशी और प्रतिनिधि सरकार का गठन, मानवीय सहायता, आतंकवाद व मादक पदार्थों की तस्करी का मुकाबला करना और महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का संरक्षण करना SCO की प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने ये भी बताया कि भारत ने अफगानिस्तान में 3 बिलियन डॉलर का निवेश किया है और वहां, 50000 मीट्रिक टन गेहूं, 250 टन चिकित्सा सहायता, 40000 लीटर मैलाथियान कीटनाशक भेजा है।
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