Women Employment & Pig farming : अब महिलाओं को रोजगार देने के लिए एक नई योजना अमल में लाई जा रही है। इसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह विशेष योजना लाई जा रही है। इसके तहत बेरोजगार महिलाओं को सुअर पालने का मौका दिया जाएगा। इससे वह रोजगार हासिल करने के साथ ही साथ आर्थिक तरक्की भी कर सकेंगी। स्वरोजगार बढ़ाने की विशेष योजना के तहत महिलाओं को सुअर पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए देश में सुअर प्रजनन का एक बड़ा केंद्र भी बनाया जा रहा है।
फिलहाल महिलाओं को रोजगार देने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की ऊर्जा कंपनी एनएचपीसी ने अरुणाचल प्रदेश में एक सुअर पालन कंपनी के लिए अवसंरचना विकसित किया है। वह यहां की महिलाओं को सुअर पालन में मदद दे रही है। दरअसल एनएचपीसी ने अपनी 2000 मेगावॉट क्षमता की जलविद्युत परियोजना सुबनसिरी जल विद्युत परियोजना के निचले क्षेत्रों के विकास के लिए 2020 में उठाये गये कदमों के तहत ‘एसएएआर पिग प्रोड्यूसर्स कंपनी लिमिटेड’ का वित्तपोषण किया है। इस कंपनी से आरंभिक तौर पर 2,500 महिलाएं जुड़ी हैं। धीरे-धीरे महिलाओं की संख्या बढ़ रही है।
अरुणाचल में बनेगा सबसे बड़ा सुअर प्रजनन केंद्र
एनएचपीसी के प्रवक्ता एसपी मजूमदार ने एक बयान में बताया कि कंपनी उद्यम के लिए साझा सुविधा केंद्र का निर्माण करने के लिए महिलाओं को आर्थिक मदद दे रही है। उन्होंने कहा कि यह पहल आजीविका में मदद देने के लिए है। उन्होंने कहा, ‘‘इस केंद्र में भारत का सबसे बड़ा सुअर प्रजनन फार्म होगा जहां 400 सुअर होंगे। इसके अलावा अन्य कई सुविधाएं भी होंगी।’’ एनएचपीसी के कार्यकारी निदेशक विपिन गुप्ता ने शुक्रवार को इस केंद्र की आधारशिला रखी। कंपनी महिलाओं को सुअर पालन के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
सुअर पाल कर महिलाएं बनेंगी आत्म निर्भर
महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें सुअर पालने का यह मौका दिया जा रहा है। बेरोजगार महिलाओं को इससे रोजगार भी मिलेगा। साथ ही सुअर पाल कर महिलाएं आर्थिक तरक्की की राह पर आगे बढ़ सकेंगी। सुअर पालन के लिए इच्छुक महिलाओं को कंपनी की ओर से आर्थिक मदद भी मुहैया कराई जा रही है। कंपनी इसमें महिलाओं को प्रशिक्षण देने से लेकर अन्य सभी तरह की मदद भी दे रही है।