Statue of Mahatma Gandhi:दुनिया भर को शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले महात्मा गांधी का कद अब और बढ़ने वाला है। भारत सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विश्व की सबसे ऊंची दूसरी प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया है। ताकि इससे आने वाली पीढ़ी को गांधी जी के मूल्यों का एहसास होता रहे और उन्हें इससे प्रेरणा मिलती रहे। इससे पहले वर्ष 2018 में भारत के लौहपुरुष कहे जाने वाले पूर्व गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे ऊंची (182 मीटर) स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की स्थापना गुजरात में की जा चुकी है। वह देश भर में राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश दे रहे हैं। इसी प्रकार अब महात्मा गांधी की भी ऊंची प्रतिमा लगाए जाने का निर्णय लिया गया है।
आपको बता दें कि अभी तक महात्मा गांधी की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बिहार के पटना में ऐतिहासिक गांधी मैदान में स्थापित है। इसकी ऊंचाई आधार समेत 70 फिट की है। यह कांस्य की बनी है और इसका आधार 30 फिट व मूर्ति की ऊंचाई 40 फिट है। यह महात्मा गांधी की अब तक की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इससे पहले नई दिल्ली के संसद भवन में महात्मा गांधी की 16 फिट ऊंची प्रतिमा स्थापित थी।
अब यहां लगेगी विश्व की सबसे ऊंची गांधी जी की दूसरी प्रतिमा
बिहार में पटना के बाद अब नई दिल्ली के नेल्सन मंडेला मार्ग पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विश्व की सबसे ऊंची दूसरी प्रतिमा स्थापित की जाएगी। दक्षिणी दिल्ली के नेल्सन मंडेला मार्ग पर 24 मीटर चौड़े सेंट्रल वर्ज पर बने पार्क के बीचों-बीच इसे स्थापित किया जाएगा। इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 50 फुट की होगी। यानि पटना के बाद यह महात्मा गांधी की विश्व की सबसे ऊंची दूसरी प्रतिमा होगी। इसका आधार 15 फिट और मूर्ति की ऊंचाई 35 फिट की रहेगी। नेल्सन मंडेला रोड वसंत कुंज से होता हुआ दिल्ली एयरपोर्ट को जाता है।
हर मौसम में सुरक्षित रहेगी प्रतिमा
यह प्रतिमा फाइबर रिंफोर्स्ड प्लास्टिक की बनाई जा रही है। इसकी खासियत यह है कि इस पर धूप, गर्मी, बरसात, सर्दी या अन्य किसी मौसम का कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा। यह हमेशा अपने मूल स्वरूप में सुरक्षित रहेगी। इस मूर्ति को बनाने में करीब 28 लाख रुपये का खर्च आएगा। जबकि इसे लगाए जाने वाले पार्क को विकसित करने में कुल 12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दिसंबर में इस प्रतिमा को स्थापित कर दिया जाएगा।
प्रतिमा के पास बनेगा सेल्फी प्वाइंट
महात्मा गांधी की इस प्रतिमा के साथ सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। पार्क में पत्थर की बेंच, कियोस्क, डिजाइनर लाइटें, वाटर एटीएम जैसी सुविधाएं होंगी। यह पार्क कुल 500 मीटर क्षेत्र में होगा। इसमें ग्रेनाइट के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। दिल्ली से विदेश जाने वाले या विदेश से दिल्ली आने वाले शख्स को सबसे पहले भारत में कदम रखते ही दूर से ही गांधी का दर्शन हो जाएगा।