Highlights
- नए आतंक की राह पर चला पाकिस्तान
- भारत में घुसपैठ से लेकर ड्रग और हथियारों की तस्करी का खोजा नया तरीका
- जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में विफलता के बाद पाकिस्तान ने खोजी नई तरकीब
Terrorist Infiltration in India: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से भारतीय सेना हर तरह के आतंक का फन कुचल रही है। इससे पाकिस्तान में बौखलाहट है। सेना की चौकसी से आतंकवादियों की घुसपैठ कराने में माहिर पाकिस्तान की साजिश 90 फीसद तक अब जम्मू-कश्मीर में विफल हो रही है। लिहाजा वह छुटपुट घुसपैठ ही करवा पा रहा है। इससे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में भी भारी कमी आई है। इसीलिए पाकिस्तान अब राज्य में टार्गेट किलिंग करवा रहा है। साथ ही भारत में आतंक फैलाने का पाकिस्तान ने अब एक नया तरीका खोज निकाला है।
मानव आतंकियों की घुसपैठ कराने में विफल हो रहा पाकिस्तान अब निर्जीव आतंकियों की भारत में घुसपैठ करवा रहा है। पिछले 10 माह के दौरान पाकिस्तान ने करीब 200 निर्जीव आतंकी भारत में भेजे हैं। इनमें से करीब सात-आठ आतंकियों को सीमा पर जवानों ने मार गिराया। बाकी आतंकी भागने में कामयाब रहे। पाकिस्तान के इन निर्जीव आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकना अब भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के लिए कड़ी चुनौती बन गई है।
बीएसएफ को चकमा दे जाते हैं निर्जीव आतंकवादी
निर्जीव आतंकवादियों के बारे में अब से पहले आपने शायद कभी नहीं सुना रहा होगा। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये निर्जीव आतंकवादी कैसे होते होंगे और कैसे वह पाकिस्तान के इशारे पर भारत में आतंकवाद फैलाने की साजिश रच रहे हैं। आपके मन में यह भी सवाल उठ रहा होगा कि जब वह निर्जीव आतंकवादी हैं तो सीमा पर घुसपैठ कैसे करते होंगे और जवानों को देखकर कैसे चकमा देकर पाकिस्तान भाग जाने में सफल हो जाते हैं? ....ऐसे तमाम सवाल हैं जो हर किसी के जेहन में घूम रहे हैं। आपको यह भी बताएंगे कि यह निर्जीव आतंकवादी हैं कौन, जिनके जरिये पाकिस्तान भारत में घुसपैठ करवा रहा है। मगर इससे पहले आप पाकिस्तान की साजिशों का पूरा काला चिट्ठा जान लीजिये।
मानव आतंकियों पर कसा शिकंजा तो पाकिस्तान ने चली नई चाल
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35-ए हटने के बाद से ही सेना अब राज्य में अधिक सक्रिय हो गई है। स्थानीय लोगों से अब आतंकियों के गठजोड़ के तार भी कमजोर पड़ने लगे हैं। लिहाजा अब मानव आतंकवादियों की घुसपैठ करा पाने में पाकिस्तान को उतनी सफलता नहीं मिल पा रही है, जितनी कि पहले मिल जाती थी। अब घुसपैठ करने के दौरान ही ज्यादातर पाकिस्तानी आतंकी सीमा पर भी ढेर कर दिए जा रहे हैं। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक भारतीय सेना ने ऐसे सैकड़ों घुसपैठियों को सीमा पर मुठभेड़ में मार गिराया है। अपनी नापाक साजिशों को इस तरह विफल होते देख पाकिस्तान ने अब भारत में निर्जीव आतंकियों को भेजना शुरू कर दिया है।
10 माह में पाकिस्तान ने भेजे करीब 200 निर्जीव आतंकी
जनवरी 2022 से अब तक पाकिस्तान ने भारत में घुसपैठ कराने के इरादे से करीब 200 ऐसे निर्जीव आतंकवादियों को भेजे हैं। हालांकि इनमें से सात-आठ को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेज ने मार गिराया है। बाकी कुछ बीएसएफ को चकमा देकर घुसपैठ करने में सफल रहे। वहीं कुछ जवानों की चौकसी को देखकर भागने में कामयाब हो गए। पाकिस्तान की ऐसी साजिश देखकर सेना भी हैरान है। क्योंकि पाकिस्तान के इस नए आतंक को रोकना सेना के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
घुसैपठ से लेकर ड्रग और हथियारों की तस्करी कर रहे निर्जीव आतंकी
पाकिस्तान के ये निर्जीव आतंकी भारत में घुसपैठ करने से लेकर ड्रग और हथियारों की तस्करी तक को अंजाम दे रहे हैं। वह असली आतंकवादियों तक गुपचुप तरीके से खतरनाक हथियार पहुंचा रहे हैं। इतना ही नहीं वह गोला-बारूद तक भी आतंकियों के ठिकाने पहुंचा रहे हैं। साथ ही साथ वह ड्रग समेत अन्य तरह की तस्करी कर रहे हैं। वहीं सीमा पर भारत की हर गतिविधियों पर नजर भी रख रहे हैं।
पाकिस्तान के नए आतंक से निपटने को सेना बढ़ा रही क्षमता
पाकिस्तान के इन निर्जीव आतंकियों से निपटने के लिए भारतीय सेना अपनी क्षमता बढ़ा रही है। क्योंकि यह पाकिस्तान प्रयोजित नए तरीके का आतंकवाद है। ये निर्जीव आतंकी कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्तानी ड्रोन हैं, जो भारतीय सीमा में लगातार घुसपैठ को अंजाम दे रहे हैं। पिछले तीन दिनों में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्सेज ने ऐसे दो पाकिस्तानी ड्रोनों को मार गिराया है। इन ड्रोन में कैमरे लगे होते हैं, जिसके जरिये पाकिस्तान भारतीय सीमा में जवानों की चौकसी की टोह भी लेता रहता है। साथ ही वह अन्य गतिविधियों की जानकारी ले रहा है। इन ड्रोन के जरिये पाकिस्तान भारत में ड्रग और हथियारों की तस्करी भी करवा रहा है। अभी कल भी सेना ने अमृतसर के बीओपी रैना सेक्टर में पाकिस्तान के एक ऐसे ही ड्रोन को मार गिराया है। 10 माह में ऐसे 200 ड्रोन पाकिस्तान से भारतीय सीमा तक आ चुके हैं।