गुजरात के मोरबी में आज छठ महापर्व के दौरान एक बहुत बड़ा हादसा हुआ है। मोरबी में केबल ब्रिज टूटने से कई लोगों के नदी में गिरने से 135 लोगों की मौत की खबर है। हादसे के तुरंत बाद युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मोरबी में मच्छु नदी पर ये केबल ब्रिज बना था। बताया जा रहा है कि मरम्मत के बाद तीन दिन पहले ही इस केबल ब्रिज को आवागमन के लिए खोला गया था। छठ महापर्व पर आज हुए इस हादसे ने उन तमाम दुर्घटनाओं के दर्द ताजे कर दिए हैं पिछले कई छठ के पर्व के दौरान हुए।
बिहार के औरंगाबाद में मची थी भगदड़
गुजरात के मोरबी में छठ के दौरान आज केबल ब्रिज टूटा है। इससे पहले साल 2019 में भी बिहार के औरंगाबाद जिले में छठ पूजा के दौरान भगदड़ मच गई थी। उस दौरान भगदड़ के कारण 2 बच्चों की मौत हो गई थी। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए थे। औरंगाबाद में यह हादसा देव प्रखंड मुख्यालय स्थित सूर्यकुंड के पास हुआ था। साल 2019 के नवंबर महीने में छठ के सायंकालीन अर्घ्य के दौरान देव में लगने वाले मेले में भगदड़ मची थी। इस कारण करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए थे, जबकि 2 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी।
छठ पर पटना में गिरा था बांस का पुल, 14 की मौत
वहीं छठ महापर्व के दौरान साल 2019 में ही बिहार की राजधानी पटना में भी भगदड़ मची थी। पटना में छठ पर्व के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोगों घायल हुए थे। इस भगदड़ में हताहतों में कई बच्चे और महिलाएं शामिल थीं, जो बिहार में गंगा नदी के तट पर राज्य के सबसे बड़े हिंदू त्योहार छठ मनाने गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि नदी किनारे बने एक अस्थायी बांस के पुल के गिरने से भगदड़ मच गई थी। उस वक्त डूबते सूर्य को अर्ध्य देने के लिए भक्त नदी के किनारे एकत्र हुए थे।
समस्तीपुर में मंदिर की गिरी थी दीवार
वहीं बिहार के समस्तीपुर जिले के बड़गांव में साल 2019 के छठ पर्व के दौरान एक काली मंदिर की दीवार का एक हिस्सा ढह गया था। इस हादसे में छठ पूजा करने गई दो महिलाओं की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गईं थी। हसनपुर थाने के एसएचओ जानकारी दी थी कि मंदिर की दीवार तब गिरी जब श्रद्धालु अर्घ्य देकर घाट से निकलने की तैयारी कर रहे थे। आपको बता दें कि अक्सर छठ मेलों में भारी भीड़ जुटती है और प्रशासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए खास इंतजाम करता है।