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मणिपुर में पिछले पांच साल में न नाकेबंदी हुई, न कोई बंद: अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मणिपुर में हर जगह विकास ले जाने में बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा, “बीरेन सिंह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने मणिपुर के लिए स्थिरता, शांति और विकास के रास्ते खोल दिए हैं।”  

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: January 06, 2022 21:07 IST
मणिपुर में पिछले पांच साल में न नाकेबंदी हुई, न कोई बंद: अमित शाह - India TV Hindi
Image Source : TWITTER/@AMITSHAH मणिपुर में पिछले पांच साल में न नाकेबंदी हुई, न कोई बंद: अमित शाह 

Highlights

  • शाह ने मणिपुर में 2,450 करोड़ रुपए के 29 विकास कार्यों का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया
  • पिछले पांच वर्षों में मणिपुर में हिंसा को काफी हद तक नियंत्रित किया गया- शाह
  • मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बड़ी सफलता हासिल की है- शाह

नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि पिछले पांच सालों में मणिपुर में एक बार भी नाकेबंदी या बंद नहीं हुआ और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बड़ी सफलता हासिल की है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मणिपुर में 2,450 करोड़ रुपये के 29 विकास कार्यों का उद्घाटन करते हुए और आधारशिला रखते हुए शाह ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में मणिपुर में हिंसा को काफी हद तक नियंत्रित किया गया है और जब तक स्थिरता और शांति नहीं होगी, विकास असंभव है। उन्होंने कहा, “इन पांच सालों में न तो कभी कोई नाकाबंदी की गई है, न ही कोई बंद हुआ और हिंसा पर भी काफी हद तक काबू पाया गया है। जब तक स्थिरता और शांति नहीं होगी, विकास असंभव है।”

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मणिपुर में हर जगह विकास ले जाने में बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा, “बीरेन सिंह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उसने मणिपुर के लिए स्थिरता, शांति और विकास के रास्ते खोल दिए हैं।” शाह ने कहा कि मणिपुर ने पिछली सरकारों के दौरान देखी गई नाकाबंदी, हिंसा, भ्रष्टाचार, बंद और नशीले पदार्थों के व्यापार की परंपरा से बाहर आने का सफल प्रयास किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को 3000 करोड़ रुपये से अधिक की 21 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया और पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। गुरुवार को 265 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 15 परियोजनाओं का उद्घाटन और 2194 करोड़ रुपये की 14 परियोजनाओं का भूमिपूजन हुआ है।

शाह ने कहा कि पिछली सरकारों के लंबे शासन में ऐसे दो दिन बता दीजिए जब 5500 करोड़ रुपये के कामों का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ हो। गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने पूरे पूर्वोत्तर के विकास के लिए कई मार्ग खोले हैं और प्रधानमंत्री कहते हैं कि ये आठ राज्य भारत की ‘अष्टलक्ष्मी’ हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े सात सालों में केंद्रीय मंत्रियों ने पूर्वोत्तर के कई दौरे किए हैं और खुद प्रधानमंत्री कई बार इस क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। शाह ने कहा कि बांग्लादेश के साथ भूमि सीमा विवाद जैसी कई समस्याओं को समझौतों के जरिए सुलझाया गया, जबकि ब्रू-रियांग समझौते और बोडो समझौते सहित कई शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में करीब 3,000 उग्रवादियों ने अपने हथियार डाल दिए हैं और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और ये युवा अब देश के विकास की प्रक्रिया में लगे हुए हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि पिछली सरकारों के समय पर 'अस्थिरता', 'विद्रोह' और 'असमानता थी जबकि उन्होंने 'नवाचार', 'अवसंचरना' और 'एकीकरण' दिया। उन्होंने कहा कि एकीकरण से ही देश एक हो सकता है और पूर्वोत्तर एक हो सकता है। उन्होंने कहा कि मणिपुरी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए (मणिपुर की) रानी मां और सभी आदिवासी नेताओं पर एक संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अंडमान में महाराजा कुलचंद्र और उनके साथियों ने अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ी थी और जहां लड़ाई हुई उस जगह का नाम माउंट मणिपुर रखकर मोदी सरकार ने उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी है। शाह ने कहा कि ये मणिपुर ही है जिसे नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष में स्वतंत्रता का प्रवेश द्वार बनाया था और आजाद हिंद फौज का पहला झंडा फहराने का मौक़ा भी मणिपुर को ही मिला।

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