Highlights
- भाजपा के नेता केवल बात करते हैं
- मैं 2017 में भाजपा के साथ गया था
- हम बिहार में समाजवादी सरकार है
Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि वह जीवन में फिर से कभी भी भाजपा के साथ नहीं जाएंगे। नीतीश कुमार ने समस्तीपुर में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के उद्घाटन के दौरान कहा कि, मैं अपने पूरे जीवन में उनके (भाजपा) के साथ कभी नहीं जाऊंगा। अटल जी (अटल बिहारी वाजपेयी), आडवाणी जी, (लालकृष्ण आडवाणी), जोशी जी (मुरली मनोहर जोशी) जैसे भाजपा के पिछले नेता असली नेता थे जो विश्वास करते थे। भाजपा के मौजूदा नेता केवल बात कर रहे हैं और काम करने से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
भाजपा के नेता केवल बात करते हैं
उन्होंने आगे कहा कि बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज पटना देश का सबसे पुराना संस्थान है और मैं इसका छात्र था। जब मैं केंद्र में मंत्री बना तो मैंने जोशी जी (वाजपेयी सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री) से इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया और उन्होंने तुरंत ऐसा किया। वे नेता आम लोगों के लिए सोचते हैं जबकि आज की भाजपा के नेता केवल बात करते हैं।
आईआरसीटीसी में लालू जी की कोई भूमिका नहीं
उन्होंने कहा- मैं 2017 में भाजपा के साथ गया था, इस उम्मीद में कि वह अटल जी, आडवाणी जी, जोशी जी के उत्तराधिकारी हैं और लोगों के लिए काम करेंगे। चूंकि उनका आम लोगों से कोई लेना-देना नहीं है, इसलिए मैं उनसे अलग हो गया। अब, हम बिहार में समाजवादी सरकार है। सभी समाजवादी नेता एक साथ आए और हम आम लोगों के लिए काम करेंगे। हम बिहार के साथ-साथ देश को भी विकास के रास्ते पर लाएंगे।नीतीश कुमार ने कहा, जब मैं भाजपा के साथ था, तो वे चुप थे। जब मैं महागठबंधन के साथ गया, तो उन्होंने लालू जी (राजद प्रमुख लालू प्रसाद) के खिलाफ मामला फिर से खोल दिया, जबकि उनकी घोटाले (आईआरसीटीसी घोटाला) में कोई भूमिका नहीं थी।
आरजेडी के साथ कोई समझौता नहीं
अगर आपको याद होगा तो साल 2017 में नीतीश कुमार ने जब आरजेडी से गठबंधन तोड़ा था तो उन्होंने सदन में खड़े होकर कहा था कि किसी भी परिस्थिति में आरजेडी के साथ लौटकर जाने का प्रश्न नहीं बनता है। चाहे हम रहे या मिट्टी में मिल जाए आपलोगों के साथ अब कोई समझौता भविष्य में नहीं हो सकता है। अब यह अंसभव है, नामुकिन है, अब वो चैप्टर खत्म हो चुका है क्योंकि भरोसे को आपलोगों ने तोड़ा है। इस बयान के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि सदन में बैठ कर नीतीश कुमार झूठ बोल रहे हैं। बीजेपी बड़ी झूठी पार्टी है लेकिन उससे बड़ा झूठा बिहार का मुख्यमंत्री है।