दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अचानक भुंतर हवाई अड्डा से मनाली तक बुलेटप्रूफ गाड़ी को छोड़ टैक्सी में सफर किया। केंद्रीय मंत्री के लिए भुंतर हवाई अड्डे के बाहर बुलेटप्रूफ गाड़ी लगी थी लेकिन जैसे ही नितिन गडकरी वहां पर पहुंचे तो उन्होंने गाड़ी बदलने के लिए कहा। उनके निर्देश के बाद झंडी वाली गाड़ी को हटाया गया और तीसरे नंबर पर खड़ी टैक्सी को आगे बुलाया गया। इसी गाड़ी से नितिन गडकरी ने घंटों ऊबड़-खबड़ रास्ते में सफर किया।
इस भाड़े की टैक्सी में आगे की सीट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बैठे और टैक्सी की बीच वाली सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह बैठे, वहीं गाड़ी में पिछली सीट पर एनएचएआइ के वरिष्ठ अधिकारियों को बैठाया गया था।
ट्रक ड्राइवरों के लिए किया बड़ा एलान
इससे पहले दिल्ली में आईसीईएमए के वार्षिक सत्र में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "हमने अब ट्रकों में एसी केबिन अनिवार्य कर दिया है और काम के घंटे तय करने की योजना बना रहे हैं... हम अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। अगले में।" पांच साल में हम ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को 15 लाख करोड़ रुपये का और दुनिया का नंबर वन मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएंगे।
कुल्लू से मनाली तक के सफर में नौ जगह रुके केंद्रीय मंत्री
ब्यास नदी में आई बाढ़ से कीरतपुर-मनाली फोरलेन को हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी कुल्लू से मनाली तक के सफर में नौ जगहों पर रुके। मंत्री ने पूरे इलाके में बाढ़ से हुए नुकसान को देखा और प्रभावितों से बात भी की। बाढ़ से हुई तबाही को देखकर व प्रभावितों का दर्द सुनकर नितिन गडकरी कई बार भावुक भी हो गए।