Highlights
- महाराष्ट्र की सरकार में विचारों की समनता नहीं है- गडकरी
- 50 साल में जितने रोड नहीं बने उतने अकेले 7 साल में बनाए गए हैं- गडकरी
- 'मोदी सरकार ने अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाया है, हम इथेनॉल बनाने पर काम कर रहे हैं'
Nitin Gadkari Exclusive Interview: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को यूपी में थे। गडकरी ने यूपी के सीएम योगी के साथ मंच शेयर किया। बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और मोदी के मंत्री ने आज यूपी और महाराष्ट्र दोनों पर बात की। योगी के साथ-साथ ठाकरे पर भी बात की। वो राहुल पर भी बोले और मोदी पर भी बोले। गडकरी ने हिंदू और हिंदुत्व पर भी बात की। गडकरी के बारे में 2 बातें बहुत साफ कही जाती हैं, वो बहुत नाप-तौल कर बोलते हैं और चुनाव की बड़ी पक्की समझ रखते हैं। यूपी में क्या होने वाला है? गडकरी के पास ग्राउंड रिपोर्ट है। इंडिया टीवी के पॉलिटिकल एडिटर देवेंद्र पराशर ने नागपुर से यूपी तक और यूपी से नागपुर तक गडकरी के साथ 24 घंटे बिताए। हर पॉलिटिकल सवाल का सीधा जवाब गडकरी ने इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में दिया।
हिंदू और हिंदुत्व के सवाल पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी को हिंदू और हिंदुत्व दोनों शब्दों का ही अर्थ मालूम नहीं होगा। राहुल को कांग्रेस में ही लोग सीरियस नहीं लेते हैं। हिंदुत्व जो है वो जीवन पद्धति है (वे ऑफ लाइफ) इसका संबंध किसी धर्म या मजहब से नहीं है और मुझे लगता है हिंदू होना ये एक उपासना पद्धति के साथ जुड़ा हुआ पाथ भी है। भारत की पहचान हिंदू संस्कृति के साथ की जाती है। भारतीय मुस्लिम को विदेश में और पाकिस्तान में हिंदी मुसलमान कहते हैं। गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार में विचारों की समनता नहीं है। कांग्रेस, NCP और शिवसेना तीनों के विचार अलग-अलग हैं। बाला साहेब कांग्रेस और NCP के प्रखर विरोधी थे।
गडकरी ने जोर देकर कहा कि आज मोदी जी और योगी जी के काम पर बात होनी चाहिए। गडकरी ने कहा कि किसी धर्म के प्रति हमारे मन में द्वेष नहीं है, हम यही कहते हैं कि कुछ लोगों की उपासना पद्धति अलग है, जिसको मस्जिद में जाना है वो 10 बार मस्जिद में जाए जिसको गुरुद्वारे में जाना है वो गुरुद्वारे में जाए, जिसको चर्च में जाना है चर्च में जाए जिसको मंदिर में जाना है मंदिर में जाए, फ्रीडम ऑफ स्पीच भी है और फ्रीडम ऑफ रिलीजन भी है।
गडकरी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि 50 साल में जितने रोड नहीं बने उतने अकेले 7 साल में बनाए गए हैं। स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा के आधार पर जनता वोट दे। राम मंदिर देश में राजनीति का नहीं अस्मिता का सवाल है। रामजी का जन्म जहां हुआ वहां मंदिर बने ये जन इच्छा थी। काशी विश्वनाथ में अतिक्रमण था आज सुंदर दिख रहा है। मोदी सरकार ने अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाया है, हम इथेनॉल बनाने पर काम कर रहे हैं। यूपी में किसानों को गन्ने का सही मूल्य मिल रहा है। गडकरी ने रद्द किए गए 3 कृषि कानूनों को लेकर कहा कि ये किसनों के विरोध में नहीं बल्कि हित में थे। किसान समझ नहीं पाए नाराजगी हुई इसलिए बिल वापस लिए गए। गडकरी ने कहा कि लखीमपुर खीरी घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा नहीं मांगा जाना चाहिए।
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