Highlights
- भारत में हर साल लगभग 4,50,000 दुर्घटनाएं होती हैं
- जिससे लगभग 1,50,000 लोग मारे जाते हैं
- भारत में हर घंटे के भीतर 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं
नई दिल्लीः सरकार ने बुधवार को बताया कि वर्ष 2020 में दोपहिया वाहनों से जुड़ी 1,58,964 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 56,873 लोगों की मौतें हुईं। राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वर्ष 2019 में दोपहिया से जुड़ी सड़क दुर्घटनाओं में 56,136 लोग मारे गए, जबकि बाइक से होने वाली दुर्घटनाओं की कुल संख्या 1,67,184 थी।
गडकरी ने इन सवालों के भी दिए जवाब
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए, सड़क मंत्रालय ने शिक्षा, इंजीनियरिंग (सड़क और वाहन दोनों), प्रवर्तन और आपातकालीन देखभाल के आधार पर सड़क सुरक्षा के मसलों का हल करने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति तैयार की है। एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए, गडकरी ने कहा कि भारतीय वायु सेना द्वारा 28 आपातकालीन लैंडिंग सुविधाओं (ईएलएफ) की पहचान की गई है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का कुल बकाया ऋण 22 मार्च, 2022 तक बढ़कर 3,47,685.91 करोड़ रुपये हो गया है, जो 31 मार्च 2014 तक 23,796.60 करोड़ रुपये था। मंत्री ने समझाया कि एनएचएआई मूल्यवान सड़क संपत्ति बनाता है जो आर्थिक रूप से लाभप्रद है।
हर घंटे के भीतर 53 सड़क दुर्घटनाएं
भारत उन दुनियाभर के उन देशों में से एक है जहां पर हर साल सड़क दुर्घटना में हजारों लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, भारत में हर साल लगभग 4,50,000 दुर्घटनाएं होती हैं, जिससे लगभग 1,50,000 लोग मारे जाते हैं। इनमें से बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो दुर्घटना के कारण विकलांग या फिर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारत में हर घंटे के भीतर 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। यही नहीं सड़क दुर्घटना के चलते हर चार मिनट में एक व्यक्ति की मौत होती है। ये आकड़े भारत में हर साल होने वाली सड़क दुर्घटना के लिहाज से काफी चिंता जनक हैं।
दोपहिया वाहन दुर्घटनाएं ज्यादा
भारत में सड़क दुर्घटना में सबसे ज्यादा हादसों का शिकार दोपहिया वाहन होते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक दोपहिया वाहनों के सबसे अधिक दुर्घटना का शिकार होने के पीछे की सबसे बड़ी वजह यातायात नियमों का पालन नहीं करना है। इसके अलावा भारत में सड़कों की खराब हालत भी इन दुर्घटनाओं के अन्य कारणों में से एक है। कई रिपोर्ट में अकसर दावा किया जाता रहा है कि इनमें से ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं नेशनल हाईवे पर होती हैं।
(इनपुट भाषा)