टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बीच जारी तकरार थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। निशिकांत दुबे ने एक बार फिर महुआ मोइत्रा पर हमला किया है। इस बार उन्होंने ये हमला महुआ मोइत्रा द्वारा उनका नाम पत्र में गलत लिखने को लेकर किया है। दरअसल, संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों से घिरी महुआ मोइत्रा को लोकसभा की एथिक्स कमिटी ने समन जारी किया है। उन्हें 31 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
"4 नवंबर से पहले दिल्ली नहीं आ सकती"
हालांकि, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को एथिक्स कमिटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर को पत्र लिखकर बताया कि वह अपने संसदीय क्षेत्र में पहले से निर्धारित कार्यक्रमों की वजह से 4 नवंबर से पहले दिल्ली नहीं आ सकती हैं, इसलिए समिति उन्हें 5 नवंबर के बाद कभी भी पेश होने का वक्त दे। एथिक्स कमेटी के चेयरमैन को लिखे महुआ मोइत्रा के उसी पत्र के पहले पेज को शेयर करते हुए निशिकांत दुबे ने यह कटाक्ष किया है।
"मेरा दुबे नाम बदलकर मानसिक स्थिति का वर्णन कर दिया"
निशिकांत दुबे ने कहा कि महुआ ने उनके नाम (सरनेम) 'दुबे' की जगह 'दुबई' लिख दिया और इससे उनकी मानसिक स्थिति का पता चलता है। बीजेपी सांसद ने महुआ मोइत्रा के पत्र की उसी गलती को अंडरलाइन करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "आरोपी सांसद के ऊपर दुबई का इतना नशा है कि मेरा भी नाम एथिक्स कमेटी के चेयरमैन को लिखे पत्र में दुबई कर दिया है, मोहतरमा ने मेरा दुबे नाम बदलकर अपने मानसिक स्थिति का वर्णन कर दिया है, हाय रे किस्मत?" बता दें कि बीजेपी सांसद ने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा कि सांसद जब भारत में थी तो उनकी लोकसभा का लॉगिन दुबई से हुआ था।
"खाता ना बही, दुबई दीदी जो कहे, वही सही"
निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा को नियमों की याद दिलाते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "दुबई दीदी ने कुछ लोगों को क्रॉस एग्जामिनेशन के लिए कहा, लोकसभा के नियमों खासकर कौल-शकधर किताब के पेज 246 के तहत विटनेस कोर्ट, कचहरी, हल्ला गुल्ला से प्रोटेक्टेड है। खाता ना बही, दुबई दीदी जो कहे, वही सही। जबाब राष्ट्रीय सुरक्षा व भ्रष्टाचार का चाहिए, यहां तो अखाड़ा की तैयारी है।"
- IANS इनपुट के साथ