राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हाथ बड़ी सफलता लगी है। एनआईए ने चेन्नई में 8 सदिग्धों के घरों और दफ्तरों में छापेमारी की है। इस दौरान एनआईए ने तलाशी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, सोने की बिस्किट, डिजिटल डिवाइस (मोबाइल, मेमोरी कार्ड), ड्रग्स और डॉक्यूमेंट्स समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किया है। एनआई ने जुलाई 2022 में इस रैकेट के खिलाफ जांच शुरू की जो LTTE को दोबारा जिंदा करने का प्रयास कर रहा था। इस सर्च अभियान में गुरुवार के दिन एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में अबतक कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं 13 लोगों को दिसंबर 2022 में गिरफ्तार किया गया था। जुलाई 2022 में मामला दर्ज होने के बाद से तमिलनाडु में 21 स्थानों पर छापेमारी की जा चुकी है।
LTTE को दोबारा जिंदा करने का प्रयास
इस मामले में अबतक की जांच से पता चला है कि हवाला एजेंट्स के जरिए भारत से श्रीलंका में ड्रग्स और हथियारों का स्मगलिंग का धंधा चल रहा था। इसमें चेन्नई का रहने वाले शाहिद अली नाम का एक शख्स भी शामिल हैं। जांच में यह पाया गया है कि ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग चेन्नई और मन्नदी में स्थित होटलों और व्यवसायों के माध्यम से किया जा रहा था। गुरुवार को की गई छापेमारी में 68 लाख भारतीय रुपये, 1000 सिंगापुर डॉलर्स, 300 ग्राम की 9 गोल्ड बिस्किट को शाहिद आली की दुकान से बरामद किया गया है। वहीं एनआईए ने चेन्नई स्थिति ऑरेंज पैलेस होटल से 12 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद की है।
एनआईए ने किया गिरफ्तार
गुरुवार के दिन तलाशी अभियान के बाद गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान अयप्पन नंधू के रूप में हुई है। नंधू को एक श्रीलंकाई शरणार्थी और मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले मोहम्मद अस्मीन के साथ नशीली दवाओं के व्यापार में संलिप्त पाया गया है। मोहम्मद अस्मीन हथियारों और ड्रग्स की तस्करी के जरिए LTTE को दोबारा पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहा था।