दिल्ली और पुणे के कुछ इलाकों में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, पुणे पुलिस और एनआईए की टीम तीन संदिग्ध आईएसआईएस के आतंकियों की तलाश कर रही है। इन आतंकियों पर केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने तीन-तीन लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक उन्होंने एक संदिग्ध की तलाश लगभग कर ली है और उसे पकड़ने के बेहद करीब हैं। जांच एजेंसियों को शक है कि इस स्लीपर सेल के सदस्य पुणे में भी हैं। बता दें कि इससे पहले पुणे पुलिस की गिरफ्त से एक आतंकी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शफी उज्जमा उर्फ इंजीनियर फरार हो गया था। सूत्रों के मुताबिक शाहनवाज, एक खनन इंजीनियर है और पुणे से भागकर एनसीआर में आया था और यहां फर्जी पहचान के जरिए रह रहा था। वह साउथ ईस्ट दिल्ली के एक मोहल्ले का रहने वाला है।
स्पेशल सेल, पुणे पुलिस और एनआईए की छापेमारी
साथ ही दिल्ली के दो अन्य संदिग्ध आतंकियों अब्दुल्ला उर्फ डायपरवाला और रिजवान की भी तलाश की जा रही है। बता दें कि अब्दुल्ला की पुणे में डायपर की दुकान है। वहीं रिजवान सेंट्रल दिल्ली के दरियागंज इलाके का रहने वाला है। इन तीनों के खिलाफ एनआईए ने तीन-तीन लाख रुपए ईनाम जारी कर रखा है और इनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। खुफिया अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध आईएस स्लीपर सेल के सदस्य है। मॉड्यूल के सदस्यों पर एनआईए ने एक बयान भी जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि देश में इस्लामिक राज्य स्थापित करने के लक्ष्य के साथ आतंक और हिंसा फैलाने के आईएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उनकी भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना थी।
एक आतंकी को पकड़ने के करीब एजेंसी
खुफिया सूत्रों के मुताबिक एजेंसियां एक संदिग्ध को पकड़ने के बेहद करीब हैं। जानकारी के मुताबिक अब्दुल्ला के ओमान भाग जाने की संभावना है। एनआईए उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है और नोडल एजेंसी सीबीआई और विदेश मंत्रालय के साथ उसकी जानकारी साझा की गई है। खुफिया सूत्र के मुताबिक पुणे के कोंढवा इलाके में स्थित अब्दुल्ला की डायपर की दुकान का इस्तेमाल विस्फोटक उपकरणों की टेस्टिंग के लिए बतौर लैब किया जा रहा था। पिछले महीने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और अन्य खुफिया एजेंसियों ने इस मॉड्यूल के सदस्यों को पकड़ने के लिए देशभर में 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी, लेकिन आतंकी अपनी लोकेशन बार-बार बदल रहे थे। इस दौरान एजेंसियों के हाथ कोई कामयाबी नहीं लगी थी।
पुलिस गिरफ्त से फरार हो गया था आतंकी
बता दें कि शाहनवाज को पुणे पुलिस ने 17-18 जुलाई की देर रात को उस समय पकड़ा था जब वह पुणे के कोथरुड इलाके में एक मोटरसाइकिल चोरी करने की कोशिश कर रहा था। जब उसे आगे की पूछताछ के लिए अपने ठिकाने पर ले जाया जा रहा था तो वह हिरासत से भाग गया। बाद में पुलिस ने पुणे में शाहनवाज के दो सहयोगियों इमरान और यूनुस को पकड़ लिया था और पूछताछ में शक हुआ कि ये लोग आईएस-प्रेरित मॉड्यूल का हिस्सा हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, इसके बाद एनआईए ने तलाशी ली, जिसके दौरान एजेंसी ने कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की, जो युवाओं को प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएस से जोड़ रही थी और देश में शांति को बाधित करने की साजिश रच रही थी।
एनआईए द्वारा जारी आतंकियों की लिस्ट-