नई दिल्ली: रक्षा के क्षेत्र में देश को बड़ी सफलता मिली है। नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का डीआरडीओ ने सफलता पूर्व परीक्षण किया है। यह परीक्षण 07 जून ओडिशा के तट पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया। शाम 7.30 बजे किया गया यह परीक्षण सफल रहा। मिसाइल अपने सभी मानकों पर खरा उतरा। इस टेस्ट के दौरान मिसाइल ने निर्धारित सभी मानकों और उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
पहला प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च
अग्नि प्राइम मिसाइल के तीन सफल विकासात्मक परीक्षणों के बाद यह पहला प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च था। यह इससिस्टम की सटीकता और विश्वसनीयता को मापने के लिए किया गया था। इस मिसाइल के पूरे ट्रैजेक्टरी को कवर करने और उड़ान डेटा को कैप्चर करने के लिए टर्मिनल बिंदु पर दो डाउनरेंज जहाजों को लगाया गया था। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे कई रेंज इंस्ट्रूमेंटेशन तैनात किए गए थे। डीआरडीओ और स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमान के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सफल उड़ान परीक्षण को देखा
इससे पहले एक जून को भारत ने अग्नि-1 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रशिक्षण प्रक्षेपण किया था। इस टेस्ट के दौरान रणनीतिक हथियार के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सत्यापित किया गया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने ओडिशा में ए.पी.जे.अब्दुल कलाम द्वीप से मिसाइल का प्रक्षेपण किया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘एक जून, 2023 को ए.पी.जे.अब्दुल कलाम द्वीप, ओडिशा से सामरिक बल कमान द्वारा एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्रक्षेपण किया गया।’’ यह सिद्ध हो चुका है कि यह मिसाइल बहुत ऊंचाई से लक्ष्य को भेदने में सक्षम हैं। इस प्रक्षेपण के जरिये मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक सत्यापित किया गया।