नई दिल्ली: शांतिकाल में पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा की प्रहरी सीमा सुरक्षा बल को अपना नया महानिदेशक मिल गया है। केरल कैडर के 1989 बैच के अधिकारी नितिन अग्रवाल को BSF का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इससे पहले उन्होंने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में भी काम किया है। बता दें कि 31 दिसंबर 2022 को पंकज सिंह के रिटायर होने के बाद BSF का कोई पूर्णकालिक प्रमुख नहीं था। इस दौरान CRPF के महानिदेशक डॉ. सुजॉय लाल थौसेन BSF प्रमुख का अतरिक्त कार्यभार संभाल रहे थे।
14 जून के बाद संभाल सकते हैं नई जिम्मेदारी
नितिन अग्रवाल 31 जुलाई 2026 को रिटायर होंगे। वह अपने रिटायरमेंट या अगले आदेश तक इस पद पर सेवाएं देंगे। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) द्वारा रविवार देर रात जारी एक आदेश में कहा गया है कि अग्रवाल को बीएसएफ महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ दिल्ली में चल रही द्विवार्षिक बैठक के दौरान हुई है। इस बैठक में डॉ. सुजॉय लाल थौसेन ही भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह बैठक 14 जून को समाप्त होगी, उसके बाद ही नितिन अग्रवाल बीएसएफ प्रमुख की जिम्मेदारी संभालेंगे।
1 दिसंबर 1965 को हुआ था बीएसएफ का गठन
बता दें कि बीएसएफ की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को हुई थी। बीएसएफ की जिम्मेदारी शांति के समय के दौरान भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर निरंतर निगरानी रखना, भारत भूमि सीमा की रक्षा और अंतर्राष्ट्रीय अपराध को रोकना है। इस समय बीएसएफ की 192 (03 NDRF bn) बटालियन है और बीएसएफ में 2.65 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, जो अलग-अलग पद पर हैं। BSF 6,385.39 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करती है जो कि दुर्गम रेगिस्तानों, नदी-घाटियों और हिमाच्छादित प्रदेशों तक फैली है। बीएसएफ के पहले महानिदेशक के एफ रुस्तमजी थे।