काठमांडू। चीन के बढ़ते दखल के बीच अब नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा श्रीलंका का दौरा रोककर भारत के दौरे पर आ रहे हैं। देउबा 3 दिन की यात्रा पर आज 1 अप्रैल को भारत आ रहे हैं। देउबा चीन के विदेश मंत्री वांग यी की नेपाल यात्रा के ठीक बाद भारत जा रहे हैं। भारत के दौरे की अहमियत को देखते हुए नेपाली प्रधानमंत्री बिमस्टेक की बैठक में हिस्सा लेने के लिए श्रीलंका नहीं जा रहे हैं। वह अब वर्चुअली इस बैठक को संबोधित करेंगे।
नेपाली प्रधानमंत्री की 4 साल बाद पहली भारत यात्रा
देउबा 1 अप्रैल से 3 अप्रैल तक भारत के दौरे पर रहेंगे। उन्हें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली आने का निमंत्रण दिया था। देउबा 50 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ भारत की अपनी पहली यात्रा पर आज दिल्ली पहुंचेंगे। जुलाई, 2021 में नेपाल के प्रधानमंत्री बनने के बाद देउबा की यह पहली विदेश यात्रा है। प्रधानमंत्री के प्रेस प्रमुख गोविंद परियार ने बताया कि प्रधानमंत्री देउबा के साथ उनकी पत्नी आरजू देउबा, चार कैबिनेट मंत्री, सरकारी सचिव, वरिष्ठ अधिकारी और उद्योगपति सहित कुल 50 लोग होंगे।
गुरुवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में देउबा के शिष्टमंडल के सदस्यों के नाम पर पुष्टि हुई जिसमें विदेश मंत्री डॉक्टर नारायण खडका, ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री पम्फा भूसाल, स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री बिरोध खाटीवाड़ा, कृषि और मवेशी मामलों के मंत्री महेन्द्र राय यादव शामिल हैं।
देउबा की तीन दिवसीय यात्रा के संबंध में मंत्रालय ने कहा, ‘इस यात्रा से नेपाल और भारत के बीच बहुमुखी, पुराने और सौहार्दपूर्ण संबंध और मजबूत होंगे।’ देउबा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता करेंगे और विदेश मंत्री एस.
जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री देउबा के लिए दोपहर के भोज का आयोजन करेंगे। नयी दिल्ली में देउबा उद्यमियों से भी मिलेंगे। नेपाल वापसी से पहले देउबा तीन अप्रैल को वाराणसी (काशी) जाएंगे।