Highlights
- अन्य भारतीय भाषा में परीक्षा देने वाले भी बढ़े
- सबसे ज्यादा केंडिडेट्स महाराष्ट्र से, फिर यूपी का नंबर
- बिहार,एमपी व प. बंगाल में 90 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन
NEET UG 2022: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट या NEET UG 2022 के आवेदन संख्या में इस साल बढ़ोतरी हुई है। पहली बार NEET UG 2022 के लिए 18 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो वर्ष 2021 से 2.57 लाख अधिक है। पिछले पांच वर्षों में 12 भारतीय भाषाओं में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की संख्या में 274.3% की वृद्धि हुई है। तमिल भाषा में एक साल पहले की तुलना में 60% की वृद्धि दर्ज की गई है। महिला उम्मीदवारों की संख्या ने 10 लाख का आंकड़ा पार किया है।
पहली बार नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट या NEET UG 2022 के लिए पंजीकरण कराने वाली महिला उम्मीदवारों की संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। वर्ष 2022 में महिला और पुरुष उम्मीदवारों के बीच का अंतर लगभग 2.6 लाख है। पिछले पांच वर्षों में महिला उम्मीदवारों ने लगभग 41% की वृद्धि दर्ज की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 पंजीकरण डेटा के अनुसार पिछले पांच वर्षों में पंजीकरण की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2017 में 11.4 लाख से बढ़कर इस वर्ष 18.7 लाख हो गई है। जबकि पिछले एक दशक में उम्मीदवारों की संख्या में साल-दर-साल वृद्धि औसतन लगभग 1.5 लाख थी, महामारी के दौरान 2020 और 2021 में इसमें में उल्लेखनीय गिरावट आई थी, जब संख्या में क्रमशः 78,060 और 17,342 की वृद्धि हुई थी।
अन्य भारतीय भाषा में परीक्षा देने वाले भी बढ़े
परीक्षा 12 भारतीय भाषाओं सहित कुल 13 भाषाओं में आयोजित की जाती है। हिंदी में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की संख्या पिछले पांच वर्षों में दोगुनी से अधिक हो गई है. वर्ष 2017 में 1.2 लाख से 2022 में 2.5 लाख तक पहुंच गई है। अन्य भाषाओं में भी परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों की संख्या में धीरे-धीरे वृद्धि देखी गई है। मातृ भाषा हिंदी के बाद गुजराती में परीक्षा देने वाले लगभग 50,000 उम्मीदवारों के साथ दूसरे स्थान पर हैं, इसके बाद बंगाली में 42,000 से अधिक उम्मीदवार और तमिल में 31,800 से अधिक उम्मीदवार हैं।
सबसे ज्यादा केंडिडेट्स महाराष्ट्र से, फिर यूपी का नंबर
वहीं राज्यवार की बात करें तो सबसे अधिक पंजीकरण महाराष्ट्र (2.5 लाख) से प्राप्त हुए हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश (2.1 लाख) का स्थान है। एक लाख से अधिक पंजीकरण वाले अन्य चार राज्य कर्नाटक (1.3 लाख), केरल (1.2 लाख), राजस्थान (1.4 लाख) और तमिलनाडु (1.4 लाख) हैं। वास्तव में, कुल उम्मीदवारों में से लगभग 55% ने इन छह राज्यों से परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया है।
3 राज्यों 90 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन
इसके अलावा अगर तीन राज्यों बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां प्रत्येक राज्यों में 90,000 से अधिक पंजीकरण हैं। 70% उम्मीदवार 37 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में से नौ आ रहे हैं। इस साल परीक्षा देने के लिए सबसे अधिक चुने गए तीन शहरों में कोटा (37,774), पटना (36,114) और जयपुर (34,090) हैं। 41% महिलाओं की संख्या पिछले 5 सालों में बढ़ी है।