नीट पेपर लीक मामले को लेकर एजेंसियां लगातार जांच में लगी हुई हैं। इस बीच मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। झारखंड में हजारीबाग जिले के जिस ओएसिस स्कूल में EOW की टीम जांच के लिए पहुंची थी, वहां से हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस परीक्षा केंद्र पर जिस बॉक्स में प्रश्न पत्र होते हैं उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। मामले में स्कूल प्रबंधक ने बड़े खुलासे किए हैं।
नहीं आई डिजिटल लॉक से बीप की आवाज तो NTA ने बताया टेक्निकल फॉल्ट
दरअसल, जिस बॉक्स में प्रश्न पत्र होते हैं उसमें दो लॉक होते हैं एक डिजिटल लॉक और दूसरा जनरल लॉक। जो डिजिटल लॉक होता है वो हेडक्वार्टर से कमांड होता है। डिजिटल लॉक ऑटोमेटिकली दोपहर 1.15 बजे एक बीप की आवाज के साथ खुल जाता है। लेकिन इस परीक्षा केंद्र पर दोपहर 1.15 बजे प्रश्न पत्र के बॉक्स से कोई बीप की आवाज नहीं आई और नहीं डिजिटल लॉक खुला।
इसके बाद दोपहर 1.20 बजे तक इंतजार किया लेकिन फिर भी नहीं खुला। तब वहां मौजूद कॉर्डिनेटर ने NTA से संपर्क कर बताया कि पेपर बाक्स में से बीप की आवाज नहीं आ रही है अब हमें क्या करना चाहिए। तो फिर उनको NTA ने कहा कि हो सकता है कि ये सिस्टम फेल कर गया है तो आप लोग उसे कटर से काट दें। जिसके बाद डिजिटल लॉक को कॉट कर प्रश्न पत्र को निकाला गया।
'कोई शातिर ही लिफाफे के 7 लेयर अंदर जाकर ऐसा कर सकता है'
हजारी बाग के ओएसिस स्कूल में EOW की टीम ने प्रश्न पत्र के शील्ड पैकेट के अपोजिट एंड यानि नीचे के हिस्से में छेड़छाड़ पाई है। टीम की जांच के अनुसार प्रश्न पत्र के पैकेट के नीचे के हिस्से को बहुत ही बारीकी से टेंपर्ड किया गया था और फिर उसे चिपका दिया गया था। इस मामले में स्कूल मैनेजर एहसान उल हक ने कहा कि उस समय हम लोगों की नजर में ये बात नहीं आई थी। परीक्षा के 15 मिनट पहले पैकेट खोला गया था। कोई शातिर प्रोफेशनल ही लिफाफे के 7 लेयर अंदर जाकर ऐसा कर सकता है। EOU ने SBI बैक में जांच के दौरान भी कई कमियां पाई हैं।
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