छत्तीसगढ़ में एक के बाद एक कई भाजपा नेताओं की नक्सलियों द्वारा हत्या की जा रही है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले में माओवादियों ने भाजपा नेता की हत्या कर दी है। बता दें कि भाजपा नेता का नाम रामधर अलामी है जो कि पू्र्व सरपंच भी रह चुके हैं। वे वर्तमान में भाजपा के मंडल कार्यसमिति के सदस्य थे। वो पिछले 15 सालों से भाजपा के साथ एक्टिव रूप से जुड़े हुए थे। बता दें कि रामधर अलामी की हत्या के बाद नक्सलियों द्वारा शव के पास पर्चे भी फेंके गए हैं। इन पर्चों में पुलिस की मुखबिरी और बोधघाट परियोजन के मद्देनजर पैसे लेने को मौत की वजह बताया गया है। बता दें कि बीते एक सप्ताह में छत्तीसगढ़ में 3 भाजपा नेताओं की नक्सलियों द्वारा हत्या कर दी गई है।
पहले किया किडनैप, फिर रेत दिया गला
रामधर अलामी दंतेवाड़ा जिले के हितामेटा गांव के पूर्व सरपंच रह चुके हैं। बता दें कि किसी काम से अलामी इंद्रावती नदी के उस पार नक्सल प्रभावित इलाके में गए हुए थे। माओवादियों को जब रामधर के बारे में पता चला तो उन्होंने उनका अपहरण कर लिया और कुछ घंटे अपने ही पास रखा। इसके कुछ देर बाद नक्सलियों द्वारा रामधर अलामी की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। इसके बाद नक्सलियों ने भाजपा नेता के शव को हिकुल गांव के जंगल में फेंक दिया।
पुलिस का मुखबिर होने का लगाया आरोप
ग्रामीणों ने इसके बाद जंगल में रामधर के शव को देखा और इसकी जानकारी पुलिस की दी। मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शव को रामधर के गांव हितामेटा लाया गया। आज भाजपा नेता का उनके ही गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा। रामधर अलामी के पास जो पर्चे नक्सलियों द्वारा फेंके गए थे। उन पर्चों के मुताबिक माओवादियों ने भाजपा नेता पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया है। माओवादियों ने पर्चे में लिखा है कि रामधर को तीन बार समझाया गया लेकिन फिर भी वह नहीं माना, इसलिए उसे मौत की सजा दी गई है। बता दें कि पुलिस द्वारा इस मामले में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
पहले भी हुईं हत्याएं
बता दें कि बीते दिनों नारायणपुर जिले में शुक्रवार के एक अन्य भाजपा नेता सागर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सागर साहू भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे। दरअसल यह घटना तब घटी थी जब वे अपने घर में टीवी देख रहे थे। इसके बाद दो नक्सली एके 47 के साथ घर में घुसे और सागर साहू के सिर पर गोली मार दी। हत्या के दौरान नक्सलवाद जिंदाबाद के नारे भी लगाए जा रहे थे। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों द्वारा सागर साहू को मृत घोषित कर दिया गया। इस मामले पर पुलिस द्वारा जांच जारी है।