जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कभी भी पाकिस्तान का पक्ष नहीं लिया है और हमेशा से ही चट्टान की तरह मजबूती के साथ भारत के साथ खड़ी रही। फारूक अब्दुल्ला ने अलगाववादी से मुख्यधारा के राजनेता बने लोगों पर पार्टी को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए यह बात कही।
पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत करते हुए कहा कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख एक बार फिर एक इकाई होंगे। गौरतलब है कि अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की घोषणा की थी।
मेरे पिता ने भारत के साथ जाने का फैसला किया-अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने कभी भी पाकिस्तान का साथ नहीं दिया है। जब आदिवासी हमलावर हमारे दरवाजे पर थे और पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना मेरे पिता शेख मोहम्मद अब्दुल्ला से समर्थन लेने के लिए दौड़े चले आए, तो मेरे पिता ने भारत के साथ जाने का फैसला किया।’
पाक में सेना तानाशाही कर रही है-अब्दुल्ला
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘ कभी-कभी कुछ युवा मुझसे कहते हैं कि मेरे पिता ने गलत फैसला किया था लेकिन मैं उन्हें स्पष्ट कर देता हूं कि अत्याचार खत्म हो जाएगा। हमें आभारी होना चाहिए कि हम पाकिस्तान नहीं गए, जहां हाल के दिनों में एक पूर्व प्रधानमंत्री (इमरान खान) पर गोली चलाई गई थी, सेना तानाशाही कर रही है और लोगों के पास कोई शक्ति नहीं है।’