Highlights
- 5,000 सबजेक्ट्स पर क्लिनिकल ट्रायल किया जाएगा
- छह महीने के अंतराल पर लगाई जाएगी कोविड की बूस्टर डोज
- मार्च में नैसल बूस्टर वैक्सीन मिलने की उम्मीद है
भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (डीसीजीआई) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (एसईसी) की मंगलवार को बैठक होने की उम्मीद है। जिसमें भारत बायोटेक के नैसल कोविड वैक्सीन के क्लिनिकल टेस्ट के लिए बूस्टर या तीसरी डोज के रूप में आवेदन पर चर्चा होगी।
हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता कंपनी ने उन लोगों के लिए बूस्टर डोज का प्रस्ताव दिया है, जिन्हें पहले से ही कोविशील्ड और कोवैक्सिन टीके के साथ कोविड वैक्सीन लगाई गई है। भारत बायोटेक का लक्ष्य 5,000 सबजेक्ट्स पर क्लिनिकल ट्रायल करना है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के सूत्रों ने बताया कि दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच का अंतराल छह महीने का होगा।
सूत्रों के अनुसार, समय पर ट्रायल के बाद भारत को मार्च में नैसल बूस्टर वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। इससे पहले दिसंबर में, कंपनी ने अपनी नैसल बूस्टर डोज के लिए क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति मांगी थी। एसईसी रूस के स्पुतनिक लाइट वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रदान करने के लिए एक बैठक भी करेगा, जो एक शॉट वाली वैक्सीन है।
(एएनआई के इनपुट के साथ)