Highlights
- INS ‘विक्रांत’ ‘मेक इन इंडिया’ का सबसे बेहतरीन नमूना
- करीब 23000 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है यह युद्धपोत
- INS विक्रांत देश में निर्मित सबसे बड़ा और विशालकाय युद्धपोत है
Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर केरल पहुंचेंगे, इस दौरान वह कोच्चि मेट्रो के दूसरे चरण की आधारशिला रखेंगे और भारतीय नौसेना के पहले स्वदेशी डिजाइन और निर्मित विमानवाहक पोत INS विक्रांत को भी चालू करेंगे। मोदी गुरुवार को कोच्चि मेट्रो के फेज 1ए के एसएन जंक्शन से वडक्केकोट्टा तक के पहले खंड का भी उद्घाटन करेंगे। कोच्चि मेट्रो रेल परियोजना का प्रस्तावित चरण 2 कॉरिडोर 11.2 किलोमीटर की दूरी तय करेगा और इसमें 11 स्टेशन होंगे। चरण 1 विस्तार कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड द्वारा सीधे काम का पहला खंड है।
चरण 1ए के उद्घाटन के साथ कोच्चि मेट्रो 24 स्टेशनों के साथ 27 किमी की दूरी तय करेगी। मोदी ने यहां 2017 में मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन किया था। मोदी गुरुवार को कोचीन हवाईअड्डे के पास कलाडी गांव में आदि शंकराचार्य के जन्म स्थान आदि शंकराचार्य जन्मभूमि क्षेत्र का दौरा करेंगे। वह यहां रात बिताएंगे और शुक्रवार को आईएनएस विक्रांत को चालू करेंगे।
नौसेना की बढ़ेगी ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रांत’ को ‘मेक इन इंडिया’ का बेहतरीन नमूना बताया और इसके समुद्री परीक्षण की ऐतिहासिक उपलब्धि पर नौसेना को बधाई दी। विक्रांत का समुद्र में बहुप्रतीक्षित परीक्षण बुधवार को शुरू हो गया। यह देश में निर्मित सबसे बड़ा और विशालकाय युद्धपोत है। इसे करीब 23,000 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किया गया है। इसका वजन 40,000 टन है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर करीब 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा है। इस पर 30 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं। एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत पर मिग-29के लड़ाकू विमानों और केए-31 हेलिकॉप्टरों का एक बेड़ा तैनात किया जाएगा।
भारत इसके साथ ही उन चुनिंदा देशों में शुमार हो गया है, जिनके पास स्वदेश में डिजाइन करने, निर्माण करने और अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर तैयार करने की विशिष्ट क्षमता है। विक्रांत को कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विक्रांत के समुद्र में उतरने को आत्मनिर्भरता के लिए देश के अडिग प्रण की सच्ची गवाही बताया है।