Narendra Modi Europe Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की 3 दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए दिल्ली से प्रस्थान किया। 2022 में प्रधानमंत्री की यह पहली विदेश यात्रा है। तीन यूरोपीय देशों यात्रा पर गए पीएम मोदी बर्लिन पहुंचे। यहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिले। शाम 4.15 पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। पीएम मोदी से मिलने के दौरान भारतीय समुदाय के लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली और 'मोदी—मोदी', 'वंदे मातरम' व 'भारत माता की जय' के नारे लगाए।
मोदी सात देशों के आठ नेताओं के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें करेंगे। प्रधानमंत्री भारतीय मूल के हजारों लोगों से संवाद करेंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय होगी, जब यूक्रेन संकट जारी है।पीएम मोदी 50 वैश्विक व्यवसायियों से भी बातचीत करेंगे। मोदी दो मई को जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। प्रधानमंत्री पहले जर्मनी जाएंगे, उसके बाद डेनमार्क और फिर चार मई को वापसी में कुछ समय के लिए पेरिस में रुकेंगे।
सूत्रों ने बताया कि मोदी जर्मनी और डेनमार्क में एक-एक रात बिताएंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय होगी, जब यूक्रेन संकट जारी है और रूस की कार्रवाई ने लगभग पूरे यूरोप को उसके विरुद्ध एकजुट कर दिया है। पीएम मोदी की इस यात्रा और बैठकों को काफी अहम माना जा रहा है।
बातचीत एवं कूटनीति के जरिये निकले यूक्रेन समस्या का हल
मोदी की यात्रा के दौरान ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक संबंध, टिकाऊ विकास, जलवायु एवं हरित ऊर्जा सहित विविध क्षेत्रों में विस्तृत चर्चा होगी। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत के दौरान यूक्रेन का मुद्दा भी चर्चा में उठेगा। विनय क्वात्रा ने कहा कि वर्तमान भू-राजनीतिक परिस्थितियों की पृष्ठभूमि में ऊर्जा सुरक्षा का मुद्दा महत्वपूर्ण है और यूरोपीय देशों के नेताओं के साथ बैठक में यह विषय चर्चा के लिए आएगा। रूस—यूक्रेन मामले पर क्वात्रा ने कहा, ‘इस विषय पर हमारा रुख स्पष्ट है और अनेक मंचों पर इसे व्यक्त किया गया है कि युद्ध समाप्त होना चाहिए तथा इसका समाधान बातचीत एवं कूटनीति के जरिये निकाला जाना चाहिए।’
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी, डेनमार्क, फ्रांस की यात्रा से पहले अपने बयान में कहा, ‘मेरी यूरोप यात्रा ऐसे समय हो रही है जब इस क्षेत्र को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।’उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी यात्रा के माध्यम से यूरोपीय भागीदारों के साथ सहयोग की भावना को मजबूत करना चाहता हूं। शांति और समृद्धि के लिए भारत की चाह में यूरोपीय भागीदार महत्वपूर्ण साथी हैं।’